- विद्यापीठ के आचार्य नरेंद्रदेव, लाल बहादुर शास्त्री व जेके महिला छात्रावास के विद्यार्थियों को हॉस्टल खाली करने का मिला नोटिस

- जिन छात्रों की चल रहीं हैं कक्षाएं उन्हें रहने के लिए देना होगा आवेदन

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रावास खाली करने का नोटिस मिलते ही छात्रों का गुस्सा उबाल पर चढ़ने लगा है। इसे लेकर छात्रों ने शुक्रवार को हंगामा करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना मिलते के बाद पहुंचे चीफ प्राक्टर प्रो। निरंजन सहाय व चीफ वार्डेन अनुराग कुमार के आश्वासन के बाद छात्र शांत हुए।

छात्रों के हुजूम

विद्यापीठ के स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं समाप्त हो गई हैं। इसे देखते हुए चीफ वार्डेन ने आचार्य नरेंद्रदेव, लाल बहादुर शास्त्री व जेके महिला छात्रावास के विद्यार्थियों को 48 घंटे के भीतर हॉस्टल खाली करने कर नोटिस दे दिया। दोपहर में नोटिस जारी होते ही छात्र आक्रोशित हो गए। बड़ी संख्या में छात्र नारेबाजी करते हुए छात्रावास से पंत प्रशासनिक भवन पहुंचे। छात्रों के हुजूम को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने पंत प्रशासनिक भवन के चैनल गेट को बंद करने की कोशिश की, लेकिन छात्र नारेबाजी करते हुए जबरन चीफ प्राक्टर कार्यालय में घुस गए। छात्रों का कहना था कि परीक्षाएं खत्म होते ही कक्षाएं शुरू हो गई हैं। ऐसे में छात्रावास खाली कराने का कोई औचित्य नहीं है।

नए सिरे से आवंटन

चीफ वार्डेन ने छात्रों को बताया कि वर्तमान सत्र में नए सिरे से छात्रावासों का आवंटन होना है। इसे देखते हुए छात्रावास खाली करने का नोटिस दिया गया है, फिर भी जिन छात्रों की कक्षाएं शुरू हो गई हैं, वे छात्रावास नहीं खाली कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऐसे छात्रों को छात्रावास में रहने की सुविधा दी जा सकती है। हालांकि जिन छात्रों की कक्षाएं अभी नहीं शुरू हुई हैं। उन्हें 48 घंटे के भीतर छात्रावास खाली करना होगा। चीफ वार्डेन के आश्वासन के बाद छात्रों ने आंदोलन स्थगित कर दिया।

Posted By: Inextlive