-चांसलर ने संस्कृत यूनिवर्सिटी की ऑनलाइन समीक्षा में दिए निर्देश, दिया छात्राओं को स्वावलंबी बनाने का निर्देश

-यूनिवर्सिटी में टीचर्स की नियुक्ति के लिए होगी लिखित परीक्षा, सीसी कैमरे की निगरानी में होगा इंटरव्यू

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प्वाइंट पर जानकारी पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से संस्कृत विश्वविद्यालय ने दी

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जून से 30 जून के बीच सभी कॉलेजों को उपाधियां उपलब्ध करने की करनी होगी व्यवस्था

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी ही नहीं प्रदेश के सभी यूनिवर्सिटीज में टीचर्स का पद खाली है। इसके चलते पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। इसे देखते हुए चांसलर व गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालयों से रिक्त पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया जल्द से जल्द स्टार्ट करने का निर्देश दिया है। उन्होंने पारदर्शिता पूर्वक नियुक्तियां करने का निर्देश दिया है ताकि कोर्ट-कचहरी के चक्कर में नियुक्तियां न फंसे। टीचर्स की नियुक्तियों के लिए लिखित परीक्षा कराने और सीसी कैमरे की निगरानी में साक्षात्कार बुलाने का भी निर्देश दिया है।

ऑनलाइन समीक्षा हुई

चांसलर व गवर्नर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की गुरुवार को ऑनलाइन समीक्षा कर रहीं थीं। इस दौरान पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से विश्वविद्यालय ने 12 ¨बदुओं पर चांसलर को जानकारी उपलब्ध कराई। वीसी प्रो। हरेराम त्रिपाठी ने बताया कि रोस्टर के अनुसार आरक्षण के नियमों का अनुपालन करते हुए सन् 2019 में नियुक्तियों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। राज्यपाल के निर्देश पर 19 अक्टूबर तक चयन प्रक्रिया स्थगित कर दी गई। इस पर उन्होंने रोस्टर तय कर नए सिरे से विज्ञापन जारी कराने का निर्देश दिया। विधि परामर्श के बाद ही विज्ञापन जारी करने का सुझाव दिया। इस दौरान उन्होंने महिला अध्ययन केंद्र के माध्यम से छात्राओं को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने, उनकी झिझक तोड़ने के लिए ठोस व कारगर कदम उठाने का भी निर्देश दिया। कुपोषण, ग्रामीण क्षेत्रों, स्लम एरिया के लिए भी उन्होंने कार्य करने का सुझाव दिया।

जल्द से जल्द सौंपे डिग्री

उन्होंने वीसी से स्टूडेंट्स को जल्द से जल्द डिग्री सौंपने का भी निर्देश दिया। यही नहीं कितने विद्यार्थियों को डिग्री मिली या नहीं, यह सुनिश्चित करने के लिए सूचना भी तलब की है। वीसी ने बताया कि 24 जून से 30 जून के बीच सभी कॉलेजों को उपाधियां उपलब्ध करने की व्यवस्था की गई है। वीसी ने बताया कि परीक्षाएं 29 जुलाई से प्रस्तावित है। नया सेशन 15 सितंबर से शुरू करने का डिसीजन लिया गया है। इसके अलावा, नैक से ग्रे¨डग, आडिट की 17 आपत्तियों के निराकरण करने, कोरोना टीका, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संबंध में भी उन्होंने चांसलर को जानकारी दी।

वीडियो कांफ्रेंसिंग में नेटवर्क का रोड़ा

लगातार भारी बारिश के कारण वीडियो कांफ्रेंसिंग के बीच में ही नेटवर्क फेल हो गया। लंबित रिट याचिकाओं व निर्माण कार्यो की समीक्षा नहीं हो सकी। मीटिंग में वीसी प्रो। हरेराम त्रिपाठी, प्रभारी रजिस्ट्रार केश लाल, परीक्षा नियंत्रक विशेश्वर प्रसाद, प्रो। विधु द्विवेदी, सिस्टम मैनेजर विजय मणि त्रिपाठी सहित अन्य लोग शामिल रहे।

Posted By: Inextlive