कई मोहल्लों में फागिंग तक नहीं कंट्रोल रूम में पहुंच रहीं कंप्लेन मच्छरों से राहत देने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे


वाराणसी (ब्यूरो)

केस-1

दारानगर के अनिल शाह मच्छरों के प्रकोप से परेशान हैं। मच्छरों के आतंक से पिछले दो दिनों से उनकी नींंदहराम है। मच्छरों को मारने के लिए सारा उपाय कर लिया।

केस-2

भोजूबीर के राधेश्याम के क्षेत्र में फागिंग न होने से वह काफी परेशान हैं। उनका कहना र्है अखबारों में प्रतिदिन पढ़ते हैं कि शहर में फागिंग हो रही है लेकिन हमारे में मोहल्ले में दिखता नहीं है.

यह तो सिर्फ दो केस हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि इन दिनों पूरा शहर मच्छरों के आतंक से परेशान है। सिटी में 70 एरिया ऐसे हैं, जहां मच्छरों का प्रकोप है। यहां मच्छरों का लार्वा पनप रहा है। यह दोनों ही विभाग को पता है। इसके बाद भी मच्छरों से राहत देने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे। फॉगिंग भी समुचित नहीं है। पब्लिक को बार-बार कंट्रोल रूम में कॉल करनी पड़ रही है।

ये हैं हॉट स्पॉट एरिया

बसही, शिवपुर, महमूरगंज, ककरत्ता, सुंदरपुर, छोटा लालपुर, अकथा, सुदामापुर, शक्तिनगर कालोनी, इन्द्रपुर, लक्सा, सारनाथ, अशोक विहार फेज-1, सारंग तालाब, गनपत नगर, नक्खी घाट, दनियालपुर, छोटी पियरी, काशीपुरा, सरायनंदन, भोगावीर, तेलियाबाग, घसियारी टोला, बड़ी गैबी, जलालीपुरा, काशीपुरा, बीएलडब्लयू, सोएपुर, लोहता समेत 70 ऐसे हॉट स्पॉट है, जहां मच्छरों का लार्वा पनप रहा है।

इतने मिले मरीज

जिला मलेरिया अधिकारी एससी पाण्डेय के अनुसार शहरी क्षेत्र में 70 और ग्रामीण क्षेत्र में 101 हॉट स्पॉट हैं, जहां विशेष विशेष ज़ोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में मलेरिया के 78, वर्ष 2023 में 27 रोगी पाये गए। जबकि वर्ष 2022 में डेंगू के 562 व वर्ष 2023 में 451 रोगी पाये गए। वर्ष 2022 में चिकनगुनिया के 45 और वर्ष 2023 में 124 रोगी पाये गए। वहीं इस साल अब तक डेंगू के 2 और चिकनगुनिया के 6 रोगी मिले हैं। मलेरिया के एक भी रोगी नहीं पाये गए.

एक नजर में पेशेंट

साल ---- मलेरिया ---- डेंगू

2022 --- 78 ------ 562

2023---- 27 ----- 451

2024---- -------- 2

प्रहलादघाट में मच्छरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। दिन तो दिन रात में सोना मुश्किल हो गया है। फॉंिगंग ठीक से नहीं कराई जाती।

शाहीद कुरैशी, लल्लापुरा

पूरे शहर में मच्छरों का प्रकोप है। इसकी जानकारी नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग दोनों को है। जब मामला बढ़ जाता है तो फॉंिगंग के नाम पर खानापूर्ति शुरू हो जाती है।

राधेश्याम, भोजूबीर

मच्छरों के सफाया के लिए हर वार्ड में फागिंग की जा रही है। खासकर जहां स्पॉट बनाए गए हैं। वहां पर प्रॉपर मॉनिटरिंग की जा रही है.

डॉपीके शर्मा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

हॉट-स्पॉट वाले क्षेत्र में अभियान चलाकर सफाई का कार्य कराया जा रहा है। अभी तक एक भी मरीज मलेरिया के नहीं मिले हैं.

डॉएसएस कन्नौजिया, डिप्टी सीएमओ

Posted By: Inextlive