-प्रयागराज, आजमगढ़, जौनपुर और कानपुर से मुन्ना भाई के कनेक्शन

-वाराणसी एसटीएफ को मिली सफलता

यूपी एसटीएफ की वाराणसी यूनिट को शनिवार को बड़ी सफलता हाथ लगी। जब उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी बायोलॉजी की परीक्षा में शनिवार को वाराणसी के कालभैरव क्षेत्र स्थित केंद्र से एक मुन्ना भाई सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया। तीनों से एसटीएफ ने करीब दो घंटे तक पूछताछ की, जिसमें कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई।

प्रयागराज से मिला एसटीएफ को इनपुट

वाराणसी यूनिट को प्रयागराज की टीम से इनपुट मिला था कि कैंट स्टेशन के पास शनिवार को आयोजित होने वाली टीजीटी (जीव विज्ञान) परीक्षा 2016 में मूल अभ्यíथयों के स्थान पर साल्वर उपलब्ध कराने वाले गिरोह का सरगना मौजूद है। सूचना मिलते ही प्रयागराज और वाराणसी एसटीएफ फील्ड यूनिट की टीम ने घेराबंदी करके साल्वर गिरोह के सरगना समेत दो सदस्यों को पकड़ लिया। उक्त दोनों को लेकर टीम परीक्षा केन्द्र श्री वल्लभ विद्यापीठ बालिका इण्टर कालेज पहुंची, जहां दूसरे के नाम पर टीजीटी परीक्षा दे रहे मुन्ना भाई को अरेस्ट कर लिया।

सरगना समेत तीन गिरफ्तार

सॉल्वर गैंग का सरगना की पहचान अशोक कुमार पाल निवासी पिलकथुआ थाना बरसठी जौनपुर के रूप में हुई। वह वर्तमान में छोटा बघाड़ा, थाना कनर्लगंज प्रयागराज में रह रहा था। दो अन्य आरोपियों में रविन्द्र चौरसिया निवासी बवनी कला थाना मेंहनगर आजमगढ़ और सुनील कुमार पाल निवासी हमजापुर थाना सराय ख्वाजा, जौनपुर है।

पेपर आउट की होती है पूरी टीम

गिरोह के सरगना सहित तीनों एक संगठित गैंग बनाकर इस धंधे को संचालित करते हैं। ये सभी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराकर पास कराने का ठेका लेते हैं। इसमें इनके साल्वर, पेपर आउट कराने वालों के अलावा फोटो मिक्सिंग कर फर्जी आधार कार्ड, फर्जी एडमिट कार्ड व अन्य आईडी तैयार करने वाले टीम में शामिल होते हैं।

टीजीटी बायोलॉजी की परीक्षा में गिरफ्तार जौनपुर निवासी सॉल्वर गैंग का सरगना प्रयागराज में लॉज चलाता है। लॉज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को वह सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देता है। जो उसके झांसे में आ जाता है वह उससे पैसा लेकर उसकी जगह परीक्षा में मुन्ना भाइयों को बैठाता है। उसने अब तक कितनी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा किया है, इस बारे में एसटीएफ की टीम उससे पूछताछ करने में लगी हुई हैं।

परीक्षा केंद्र से पकड़े गए अभियुक्त रविन्द्र चौरसिया ने बताया कि वो कानपुर में रहकर नीट की परीक्षा की तैयारी करता है। शनिवार को वह सुनील कुमार पाल के स्थान पर परीक्षा दे रहा था, जिसके बदले में उसे 15 हजार रुपये परीक्षा की समाप्ति के बाद मिलने वाले थे।

परीक्षा पास करवाने के एवज में प्रति कंडीडेट 12 से 15 लाख रुपये लिए जाते हैं। इसके एवज में सुनील कुमार पाल से 12 लाख रूपये की मांग की गई थी। जिसमें एडवान्स में 40 हजार रूपया लिये गए थे। उक्त तीनों ने एसटीएफ की पूछताछ में यह बात स्वीकार की है।

यह हुई बरामदगी-

एसटीएफ ने मुन्ना भाई के पास से एक एडमिट कार्ड, एक बुकलेट, एक ओएमआर शीट, तीन आधार कार्ड, एक मोबाइल फोन, तीन एटीएम कार्ड, एक डीएल और 22 सौ रुपए नकदी बरामद किए हैं।

कोट-

शनिवार को टीजीटी परीक्षा के दौरान शनिवार को मुख्य सरगना समेत तीन लोग पकड़े गए हैं। तीनों से पूछताछ करने के बाद न्यायालय भेज दिया गया है। प्रयागराज से मिली इनपुट के आधार पर यह सफलता मिली है।

विनोद कुमार सिंह

सीओ एसपी, एसटीएफ

वाराणसी यूनिट

Posted By: Inextlive