- पश्चिम बंगाल के व‌र्द्धमान में एसटीएफ को मिली सफलता

- वर्ष 2018 में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुई धांधली में था शामिल

शिक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली करने के मामले में वांछित गणेश प्रसाद को एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल के व‌र्द्धमान से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इस मामले में 28 मई 2019 को चोलापुर थाना में धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, कूट रचना, साजिश रचने व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। एसटीएफ ने सोमवार को व‌र्द्धमान के सीजेएम न्यायालय में आरोपित को प्रस्तुत किया। उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मंगलवार को चोलापुर पुलिस को सौंप दिया गया।

एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में धांधली

लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश द्वारा 29 जुलाई 2018 को आयोजित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली सामने आई थी। इस प्रकरण में वांछित गणेश प्रसाद के बारे में एसटीएफ की स्थानीय इकाई के निरीक्षक अनिल सिंह को सूचना मिली थी कि वह पश्चिम बंगाल के पश्चिम व‌र्द्धमान में छिपकर रह रहा है। उसके पीछे एसटीएफ लगी तो पता चला कि वह पश्चिम व‌र्द्धमान में राधा नगर क्रा¨सग के पास आने वाला है। सूचना की पूरी तरह तस्दीक कर एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी की और उसे दबोच लिया। वह ध्रुवपल के निकट ¨हदी स्कूल, राधानगर, थाना हीरापुर, व‌र्द्धमान, पश्चिम बंगाल का निवासी है। उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया गया।

कराया था पेपर आउट

आरोपी ने एसटीएफ को बताया उसका एक गिरोह है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर जहां छपता है, वहां से लेकर पेपर को आउट करा लिया जाता था। इसके बाद पहले से तैयार अभ्यर्थियों को एक स्थान पर एकत्र कर उनको प्रश्नों के उत्तर याद करा दिए जाते थे। इसके बदले में उनसे मोटी रकम वसूली जाती थी। लोक सेवा आयोग प्रयागराज द्वारा एलटी ग्रेड 2018 की परीक्षा आयोजित की गई थी। गिरोह के अजीत चौहान और अजय चौहान ने अभ्यर्थियों को तैयार कर उनसे एक-एक लाख रुपये एडवांस लिये थे और परीक्षा के बाद 11-11 लाख रुपये देने की बात तय हुई थी। विश्वास के लिये अभ्यर्थियों से उनके हाईस्कूल, इंटर, स्नातक के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र ले लिए गए थे।

कोलकाता के प्रेस संचालक से सांठगांठ

गिरोह के लोगों का संपर्क कोलकाता के कौशिक कुमार से था। कौशिक कुमार विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर छापने वाले ब्लो¨सग स्क्वायर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी प्रेस का संचालक था। कौशिक के मुख्य सहयोगी अशोक देव चौधरी, गणेश और रंजीत आदि थे। यही लोग प्रश्नपत्रों को लेकर आते-जाते थे। ये सभी परीक्षा के एक दिन पूर्व वाराणसी आकर होटल में रुके थे। होटल में ही ¨हदी और सामाजिक विषय के प्रश्नपत्र का उत्तर तैयार कर लिया था। इस परीक्षा के प्रत्येक विषय में 150-150 प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रश्नपत्र में से मात्र 120 प्रश्नों का ही उत्तर तैयार कर अभ्यर्थियों को रटवा दिया गया था, ताकि कोई अभ्यर्थी पूरा का पूरा प्रश्नपत्र हल कर परीक्षा को टाप न कर जाए। इससे रिजल्ट आने पर शक पैदा होने की आशंका नहीं रहे।

गिरोह के साथी ने बनाया था वीडियो

परीक्षा के एक दिन पहले संबंधित अभ्यर्थियों को यूपी कालेज गेट के पास बुलाया गया था और वहीं से सभी अभ्यर्थियों को चोलापुर के दसनी गांव स्थित शैलेंद्र पटेल के कौशल विकास केंद्र में ले जाया गया था। वहीं पर अगले दिन होने वाली परीक्षा के ¨हदी व सामाजिक विज्ञान विषय के प्रश्नपत्र एवं उसके उत्तर अभ्यर्थियों को रटाए गए। इसके बाद प्रश्नपत्र व उत्तर कुंजी लेकर वहीं पर जला दिया गया था, लेकिन उनके गिरोह के सदस्य अशोक देव चौधरी ने चोरी से इसका वीडियो बना लिया था। बाद में अशोक देव चौधरी की शिकायत पर एसटीएफ जांच कर रही थी।

Posted By: Inextlive