हर किसी की तमन्ना होती है कि वह अपनी पसंद और हुनर से एक मुकाम हासिल करे. इसमें व्यापार से लेकर खुद की इंडस्ट्री लगाने का सपना अधिकतर युवा देखते हैं. सरकार उनके सपने को पूरा करने के लिए योजनाएं भी चलाती है. लेकिन सरकारी विभाग और बैंक सरकार की पहल और युवाओं के सपनों पर कैंची चला देते हैं. वाराणसी में सरकारी योजनाओं की हाल की हकीकत ये है कि कुल 2500 एप्लीकेशन में से महज 258 युवाओं के आवेदन ही बिजनेस फार्मूले पर खरे उतर सके हैं. शेष एप्लीकेशन की फाइलें बैंकों और विभागों में धूल फांक रही हैं.

वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में वन डिस्ट्रक्ट वन प्रोग्राम के तहत साल 2021 से अब तक कुल 408 आवेदन आए। इसमें से महज 61 एप्लीकेशन को फाइनल स्टेज तक पहुंचाया जा सका है। जबकि वाराणसी की जनसंख्या साल 2011 की जनगणना के अनुसार 36 लाख 76 हजार 841 है, जो इन दस सालों में कितने प्रतिशत बढ़ चुकी होगी, इसका अंदाजा आप सहज ही लगा सकते हैं। आंकड़ों की मानें तो जिले में 61 युवाओं को उद्योग लगाने या शॉप खोलने के लिए 535.37 लाख रुपए आवंटित किए गए।

कमजोर इच्छा शक्ति
सरकारी दफ्तरों में स्वरोजगार के लिए आए आवेदनों को अंजाम तक पहुंचाने में सरकारी विभाग की लेट-लतीफी जग जाहिर है। सरकारी तंत्र और इसके बाद बैैंकों का ढुलमुल रवैया यूथ की उम्मीदों पर पानी फेर रहा है।

जिले में योजनाओं के आंकड़ों पर एक नजर
योजना संख्या मार्जिन परियोजना साख
पीएमईजीपी 79 313 931.37
एमवाईएसवाई 48 135 522
ओडीओपी 61 264 535.37
नोट: मार्जिन और परियोजना साख लाख रुपए में वर्ष 2021 से 01 जनवरी 2022 तक

पीएम हथकरघा मुद्रा योजना 2021-22 में
कुल आवेदन- 1533
पेंडिंग- 800
बैैंक अप्रूवल- 267
लोन सैंक्सन - 70


पीएम हथकरघा मुद्रा योजना 2020-21 में
कुल आवेदन- 1500
पेंडिंग- 900
बैैंक अप्रूवल- 122
लोन सैंक्सन - 82


वर्ष 2021 में पीएमईजीपी योजना में आवेदन किया था। कई बार इंक्वायरी के बाद भी अब तक स्वरोजगार के लिए रुपए नहीं मिल सके हैैं। मेरे साथ कई लोग उस समय योजना के लिए अप्लाई किए थे, मुझे एक व्यक्ति का भी नाम याद नहीं, जिसे योजना का लाभ मिला हो।
अख्तर साबिर, चौकाघाट

कोविड की वजह से युवाओं के एप्लीकेशन पर योजना का लाभ देने में देरी हुई है। अब हालात पहले से सामान्य हो रहे हैैं। लिहाजा, तेजी से पात्र लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जाएगा।
-अरुण कुमार कुरील, सहायक आयुक्त, हथकरघा, वाराणसी

विभागीय स्तर से योजनाओं का लाभ देने का काम जारी है। कई अप्लीकेशन बैैंकों में लंबित हैं। ज्यादा से ज्यादा युवाओं को लाभ देने के लिए स्टाफ लोग अब बैैंकों में जाकर जिम्मेदारों से बात करेंगे।
वीरेंद्र कुमार, उपायुक्त, जिला उद्योग केंद्र, वाराणसी

Posted By: Inextlive