-अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में अनियमित नियुक्ति का केस

-आज जांच के लिए शासन से दो सदस्यीय टीम पहुंच रही बनारस

VARANSI

अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में पांच साल पहले हुई नियुक्तियों की फाइल फिर खुल गई है। शासन के निर्देश पर दो सदस्यीय जांच टीम 28 फरवरी को बनारस आ रही है। इस दौरान संबंधित स्कूल्स के मैनेजर्स को अपना पक्ष रखने के लिए बीएसए ऑफिस बुलाया गया है। सेशन 2015-16 में तत्कालीन बीएसए हरिकेश यादव के कार्यकाल में 14 अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में करीब 40 हेडमास्टर, टीचर्स व स्टाफ की नियुक्त की गई थी।

बीएसए हो चुके हैं सस्पेंड

नियुक्तियों में अनियमितता के आरोपों को देखते हुए शासन ने इसकी जांच प्रयागराज की संयुक्त शिक्षा निदेशक गायत्री को सौंपी थी। संयुक्त शिक्षा निदेशक के रिपोर्ट पर शासन ने तत्कालीन बीएसए हरिकेश यादव को सस्पेंड भी कर दिया था। वहीं वर्ष 2018 में तत्कालीन बीएसए बीबी चौधरी ने पांच स्कूल्स के 11 हेड मास्टर, सहायक अध्यापक व कर्मचारी को बर्खास्त भी कर दिया था। बर्खास्त शिक्षकों ने कोर्ट की शरण ले ली। अब शासन ने इसकी जांच बेसिक शिक्षा के अपर शिक्षा निदेशक (कैंप) की सुत्ता सिंह व राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान, लखनऊ की निदेशक ललिता प्रदीप को सौंपी है। जांच टीम 28 फरवरी को सुबह दस बजे बीएसए ऑफिस पहुंच रही है। इसे देखते हुए बीएसए ऑफिस में तैनात कर्मचारियों ने पांच साल पुरानी नियुक्तियों की फाइलें निकाल ली हैं।

Posted By: Inextlive