फेस्टिव सीजन में जल रहे झालरों से 6 लाख के नुकसान का अनुमान नगर निगम के स्ट्रीट लाइट प्वाइंट से लोग यूज कर रहे हैं झालर

वाराणसी (ब्यूरो)शहर का बिजली विभाग टारगेट में फेल होने और लाइनलास का दंश झेल रहा है। विभाग अपनी इस पीड़ा से अब तक उभर नहीं पाया है कि एक और झटका लगा है। इस कारण राजस्व में तगड़ा झटका लगता हुआ दिखाई दे रहा है। दरअसल, फेस्टिव सीजन पर जगह-जगह चोरी-छिपे बिजली के प्वाइंट से झालर जलाए जा रहे हैैं। ऐसे में विभाग का अनुमान है कि करीब 6 लाख रुपये का फटका लग सकता है.

चाइनीज झालरों से अधिक खपत

बिजली विभाग के अधिकारियों से इस बारे में जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मार्केट में कई तरह की झालर अवेलेबल हैैं। इंडियन मार्केट में बनी झालरें कम वाट की होती हैं। उनकी वजह से कम बिजली खर्च होता है। वहीं चाइनीज झालरों में ज्यादा चमक होने के साथ-साथ ज्यादा बिजली कंज्यूम करने की क्षमता होती है, जिनकी वजह से विभाग के रेवेन्यू को काफी फटका लगता है.

नगर निगम के प्वाइंट से ज्यादा झालर

अधिकारियों ने बताया कि यूं तो शहर के अंदर किसी भी स्पाट पर हमारा खुला हुआ प्वाइंट नहीं है कि इससे कोई कनेक्शन करके झालरों का प्रयोग कर सके। इसमें बनारस की पब्लिक ज्यादातर नगर निगम के स्ट्रीट लाइटों के प्वाइंट का यूज करके कनेक्शन लेती है और नगर निगम ऐसे लोगों को धड़ल्ले से कनेक्शन लेने की अनुमति दे देता है और उन पर कोई भी एक्शन नहीं लेता है। वहीं विभाग के अधिकारियों का कहना था कि एक तरफ तो खुद नगर निगम अपनी स्ट्रीट लाइट से हर महीने लाखों की चपत लगा रहा है, वहीं फेस्टिव सीजन में झालरों का अत्यधिक प्रयोग से नुकसान हो रहा है.

हर मार्केट में दुर्गा पंडाल

अधिकारियों के अनुसार, 6 लाख से अधिक के फटके का अनुमान है। बताया गया कि शहर के अंदर लगभग हर मार्केट में दुर्गा पूजा पंडाल है और हर मार्केट में ज्यादा लाइट वाली झालरों का प्रयोग पब्लिक द्वारा किया जा रहा है। लोग अपनी मनमर्जी से झालरों का प्रयोग कर रहे हैं। शहर में जितना चाइनीज झालरों का प्रयोग होगा, उतना ही विभाग को लाइनलास झेलना पड़ेगा.

करंट का खतरा

फेस्टिव सीजन में लोग शेफ्टी को लेकर सारे नियम भूल जाते हैं। झालरों के वायर काफी पतले होते हैं, इसलिए इन झालरों को कभी विद्युत पोल और वायरो में लपेट कर नहीं लगाना चाहिए। वायर पतले होने के कारण कहीं पर भी कट या टूट जाते हैैं और उनकी वजह से करंट उतरने या शार्ट सर्किट जैसी दुर्घटना होने की संभावना बन जाती है.

औसत पर झालर भार खर्च

15 वाट की झालर 12 घंटे प्रयोग पर 2 यूनिट बिजली खर्च

30 वाट की झालर 12 घंटे प्रयोग करने पर 5 यूनिट बिजली खर्च

50 वाट की झालर 12 घंटे प्रयोग करने पर 12 यूनिट बिजली खर्च

100 वाट की झालर 12 घंटे प्रयोग करने पर बिजली खर्च 35 यूनिट

पब्लिक को झालरों का प्रयोग करने से पहले विभाग से परमिशन लेनी चाहिए। इसी के साथ लोगों को विद्युत पोलों और वायरों को छोड़कर झालरों का प्रयोग करना चाहिए.

दीपक अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता, मंडल द्वितीय

जनता को झालरों का प्रयोग करने से पहले एक बार विभागीय अनुमति अवश्य लेनी चाहिए। इससे हमारे पास रिकार्ड मौजूद रहते हैैं.

अनूप सक्सेना, अधीक्षण अभियंता, मंडल प्रथम

नगर निगम द्वारा सदैव बिजली ïिवभाग को विद्युत बिलों का भुगतान गृहकर समायोजन के सापेक्ष विगत कई वर्षों से लगातार किया जाता रहा है.

संदीप श्रीवास्तव, पीआरओ, नगर निगम

Posted By: Inextlive