- पैरा मेडिकल कर्मी ने ड्रिप लगाने के बाद की गंदी हरकत

- अस्पताल में डॉक्टरों ने नहीं सुनी तब थाने पहुंचा मामला, आरोपित गिरफ्तार

पहले तो डेंगू के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती युवती के साथ छेड़खानी की गई, वहीं जब युवती व उसके परिजनों ने इसकी शिकायत डॉक्टरों से की तो उन्हें टाल दिया गया। मामला भेलूपुर क्षेत्र स्थित वाराणसी अस्पताल का है। अंत में शिकायत भेलूपुर थाना में की गई। तब जाकर तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। मामले में आरोपित पैरामेडिकल कर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

यह है पूरा मामला

लंका थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी निवासी डेंगू पीडि़त 18 वर्षीय युवती भेलूपुर क्षेत्र स्थित वाराणसी हास्पिटल में भर्ती थी। युवती के अनुसार गत दो सितंबर को वह अस्पताल के कमरा नंबर 210 में अपने भाई के साथ थी। उसे ड्रिप लगाई जानी थी तो उसके भाई ने अस्पताल कर्मियों को जाकर बताया। कुछ देर बाद एक पैरा मेडिकल कर्मी आया और ड्रिप लगाई। युवती के बताया कि इसके बाद कर्मी ने उसके भाई को कमरे बाहर जाने को कहा। भाई के बाहर जाते ही वह छेड़खानी करने लगा, जिससे वह परेशान हो गई। युवती ने बताया कि उसने अस्पताल की एक महिला डाक्टर से अपने साथ हुई बदनीयत की शिकायत की तो उन्होंने डॉ। मनीष ¨जदल से बात करने को कहा। डॉक्टर जब राउंड पर आए तो उसने पूरा घटनाक्रम बताया। इस पर डॉक्टर ने उसे विस्मृत करने की कोशिश की और ऐसा जताया कि उसके साथ कोई घटना हुई ही नहीं है, बल्कि उसका वहम है। पिता ने भी शिकायत की पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। युवती के पिता ने अस्पताल प्रशासन से सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिग मांगी, लेकिन कोई सहयोग नहीं किया गया।

रवींद्रपुरी से धर दबोचा

इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे ने बताया कि युवती की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। प्रकरण की जांच की गई तो अस्पताल में काम करने वाले बांदा के पैलानी थाना के खेरई गांव निवासी रामलखन का नाम सामने आया। उसे रवींद्रपुरी से गिरफ्तार कर लिया गया है। डा। मनीष ¨जदल का कहना है कि शिकायत मिली है। सीसीटीवी फुटेज मरीज के परिवारीजन को देने के साथ ही आरोपित को पुलिस को सौंप दिया गया है।

Posted By: Inextlive