लगातार का असर अब गंगा के जलस्तर पर दिखने लगा है। गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है। बीते 48 घंटों में गंगा के जलस्तर में करीब दो फीट की बढ़ोतरी हुई है। गंगा के उफान के कारण घाट किनारे रहने वालों के साथ ही नाविकों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। दूसरी तरह संभावित बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने भी तैयारी शुरू कर दी है। बाढ़ चौकियों के बनाए जाने से लेकर नाविकों और गोताखोरों तक की लिस्ट तैयार करने का निर्देश डीएम कौशल राज शर्मा ने ऑफिसर्स को दिया है। डीएम कौशल राज ने ऑफिसर्स से बाढ़ के वक्त काम आने वाली जरूरी सामान जैसे लाइफ जैकेट, फ्लोटिंग ट्यूब, टॉर्च, त्रिपाल आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा बाढ़ के दौरान राहत सामग्री जैसे सूखा अनाज, लाई चना, बिस्कुट आदि के अभी से वेंडर्स तय करने के निर्देश भी दिए हैं।

तो फिर छीन जाएगी रोजी-रोटी

नाविकों को ये डर सता रहा है कि बढ़ते गंगा का जलस्तर के कारण फिर से उनकी रोजीरोटी पर संकट खड़ा हो सकता है। एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में शम्भू निषाद ने बताया कि कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के वजह से गंगा में नाव संचालन बन्द था। 14 जून से नाव संचालन की अनुमति मिली तो अब गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी ने नाविकों की चिंता बढ़ा दी है।

Posted By: Inextlive