कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के संक्रमण की रोकथाम को लेकर केंद्र और राज्य सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. रेलवे स्टेशन बस अड्डे और एयरपोर्ट से आने वाले लोगों की जांच जरूरी कर दी गयी है. नए वेरिएंट को लेकर जारी गाइड लाइन के प्रति बनारस कितना अलर्ट है. इसे लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने कैंट रेलवे स्टेशन बस अड्डा व एयरपोर्ट की पड़ताल की तो चौकाने वाली तस्वीर सामने आई. सभी जगहों पर नए वेरिएंट को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आयी.

वाराणसी (ब्यूरो)। एक अनुमान के मुताबिक एयरपोर्ट से शुक्रवार को दो हजार, कैंट रेलवे स्टेशन से 20 हजार से अधिक व बस अड्डे से पांच हजार से अधिक वाराणसी में एंट्री की, लेकिन जांच हुई पांच सौ लोगों की। यानी 26 हजार संदिग्ध वाराणसी में घूम रहे हैं, जिसमें बेंगलूरू से आए लोग भी शामिल हैं।

कैंट बस अड्डा : 70 बसें आई, 77 यात्रियों की हुई जांच
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम दोपहर करीब दो बजे कैंट बस अड्डे पर पहुंची। लगन के चलते बस अड्डे पर दिनभर खूब भीड़भाड़ रही। अधिकांश बसों में यात्रियों की तादात भी निर्धारित संख्या से ज्यादा रही। ओमीक्रोन को लेकर भी लोग सावधानी बरतते नहीं दिखे। कुछ लोगों के मुंह पर ही मास्क नजर आया। एटीएम के पास जांच टीम मौजूद थी। जो सिर्फ उन्हीं यात्रियों की जांच कर रही थी, जो उसके पास आ रही थी। यही वजह है कि टीम ने दो बजे तक सिर्फ 77 यात्रियों की जांच की, जबकि सुबह से दोपहर तक विभिन्न जनपदों से कैंट डिपो पर करीब 70 बसें आई। एक बस में करीब 70 से 80 यात्री सवार थे। जांच संख्या देखकर लापरवाही का अंदाज लगाया जा सकता है। यही नहीं, पूछताछ केंद्र पर सेनेटाइजेशन की व्यवस्था नहीं थी। अधिकतर यात्रियों ने मास्क भी नहीं लगा रखे थे। बस अड्डों पर प्रवेश या निकासी के दौरान यात्रियों की जांच की कोई व्यवस्था नहीं दिखी।


32 से अधिक टे्रनें आईं, 177 की हुई जांच
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम शुक्रवार दोपहर करीब तीन कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंची। पड़ताल के दौरान पता चला कि इन दिनों एक लाख से ज्यादा यात्री रोजाना ट्रेनों से आवागमन कर रहे हैं। इन यात्रियों की कोरोना जांच के लिए सिर्फ एक टीम लगी है। पूर्व में यहां यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग के साथ कोरोना जांच की व्यवस्था थी, लेकिन शुक्रवार को ऐसी स्थिति नहीं दिखी। इतना ही नहीं रेलवे स्टेशन पर प्रवेश व निकासी के दौरान भी यात्रियों की कोरोना जांच नहीं की जा रही थी। यात्रियों में कोरोना का कोई डर दिखाई नहीं दिया। यात्रियों के स्टेशन पर प्रवेश या बाहर निकलते समय जांच की कोई व्यवस्था नहीं मिली। वाराणसी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की निकासी के लिए पांच प्वाइंट हैं, लेकिन जांच सिर्फ एक जगह पर हो रही थी। जहां तीन बजे तक मात्र 177 यात्रियों की जांच हुई। जबकि उस समय तक 32 से अधिक टे्रनें वाराणसी पहुंच चुकी थी, जिसमें से करीब बीस हजार यात्री वाराणसी उतरे, जो शहर में विभिन्न क्षेत्रों में पहुंच गए हैं।


वैक्सीनेशन रिपोर्ट देखकर यात्रियों को छोड़ा

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर वाराणसी एयरपोर्ट पर अलर्ट घोषित है, लेकिन पड़ताल में बड़ी लापरवाही सामने आई। महाराष्ट्र व केरल समेत घरेलू उड़ान से आने वाले यात्रियों की वैक्सीनेशन रिपोर्ट देखकर उन्हें जाने दिया गया। इनकी कोई जांच नहीं की गयी। इनमें 450 घरेलू यात्रियों ने टीका नहीं लगवाया था, ऐसे में उनकी आरटीपीसीआर जांच की गयी। सभी यात्रियों की रिपोर्ट निगेटिव रही। शारजहां से आने वाली एक मात्र अंतरराष्ट्रीय उड़ाने से उतरने वाले यात्रियों की जांच की जा रही थी।

5 दिनों में बेंगलुरू से 1935 यात्री आये वाराणसी
वाराणसी एयरपोर्ट से बेंगलूरू के बीच निजी विमानन कंपनी इंडिगो और गो एयर द्वारा सीधी विमान सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। रविवार से गुरुवार तक बेंगलुरू से वाराणसी आये 15 विमानों से 1935 यात्री वाराणसी एयरपोर्ट पर आये। बातचीत में एयरपोर्ट पर तैनात स्वास्थ्य टीम की मानिटरिंग कर रहे बड़ागांव पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा। मनोज वर्मा ने बताया कि महाराष्ट्र और केरल से आने वाले यात्रियों की विशेष निगरानी की जा रही है।

सभी सार्वजनिक भीड़ भाड़ वाले स्थलों पर जांच शुरू करानी शुरू कर दी। रेलवे स्टेशन पर भी टीम लगी। एयरपोर्ट पर 24 घंटे जांच की व्यवस्था है। टीम सही से जांच करके इसको लेकर सख्त निगरानी की जाएगी।
-डा। राहुल सिंह, सीएमओ

रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर कोरोना जांच के आदेश दिए गए हैं। यदि इन स्थानों पर लापरवाही बरती जा रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से इस बारे में पूछा जाएगा। नए वेरिएंट को लेकर पूरी तरह से सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
-कौशलराज शर्मा, डीएम


स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जो भी गाइडलाइन जारी किये जा रहे हैं, उनका पालन कराया जा रहा है। वाराणसी एयरपोर्ट पर 7 संक्रमित लोगों को रखने की सुविधा की गयी है और जिले की स्वास्थ्य टीम द्वारा दो एंबुलेंस तैनात किये गये हैं। किसी आपातकालीन समय या संक्रमित यात्रियों की संख्या 7 से अधिक होने पर एंबुलेंस से उनको दीन दयाल राजकीय चिकित्सालय भेज दिया जाएगा।
-अर्यमा सान्याल, निदेशक एयरपोर्ट

Posted By: Inextlive