- काशी पहुंचने से पहले ही एसटीएफ के हत्थे चढ़े मादक पदार्थ और तस्कर

- ट्रक में अदरक लोड किया गया, बिल्टी बनारस तक की तैयार की गई

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करोड़ के गांजे के साथ दो अन्तराज्यीय तस्कर किए गए गिरफ्तार

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हजार रुपये मिलता था गांजे की प्रति चक्कर सप्लाई के लिए किराए के अतिरिक्त

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तस्तक और ट्रक चढ़े यूपी एसटीएफ के हत्थे

काशी में युवाओं के रंगों में खून की जगह नशा दौड़ाने के प्रयास को एसटीएफ वाराणसी युनिट ने नाकाम कर दिया। एसटीएफ ने 1.20 करोड रुपये के गांजे की कंसाइनमेंट को बनारस आने से पहले ही रोक दिया। यही नहीं अन्तराज्यीय स्तर पर मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले दो शातिर अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया। यह सफलता सोमवार की देर रात उस समय मिली जब गांजे की खेप को वाराणसी में लाने का प्रयास किया जा रहा था। तस्करों द्वारा ट्रक से 6.04 कुन्तल गांजा लाया जा रहा था। पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान लालबाबू यादव और रमाकान्त यादव निवासी सिन्डीकेट गेट सोनी पट्टी थाना बक्सर बिहार के रूप में हुई। एसटीएफ ने यह गिरफ्तारी सोमवार की देर रात 11:30 बजे चन्दौली थाना क्षेत्र के सब्जी मण्डी समिति के पास से की।

यूपी एसटीएफ को पिछले कई दिनों से पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले अपराधियों, तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थी। इसको लेकर एसटीएफ अपने सूचना तंत्रों को एक्टिव की हुई थी। उधर एसटीएफ की अन्य टीमों द्वारा सूचनाएं एकत्र की जा रही थी, तभी सोमवार को सूचना पर एसटीएफ को बड़ी सफलता हासिल हुई।

एसटीएफ फील्ड युनिट वाराणसी की टीम को सटीक मुखबिर से सूचना मिली कि एक ट्रक यूपी-64-एच-1929 में भारी मात्रा में गांजा बिहार की तरफ से जीटी रोड से लाया जा रहा है। सूचना मिलते ही एसटीएफ एक्टिव हो गई और निरीक्षक राघवेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में गठित एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी की एक टीम नॉरकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों को साथ लेकर बताए गए स्थान पर पहुंचकर चन्दौली जिले के थाना चन्दौली कोतवाली क्षेत्र के सब्जी मण्डी समिति के पास से घेराबंदी कर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।

सावन पूर्व तैयारी तो नहीं

गांजे की इतनी बड़ी खेप से सवाल उठे हैं कि कहीं यह सावन मास पूर्व तैयारी तो नहीं थी। क्योंकि इस दौरान अक्सर इसकी मांग बढ़ जाती है। फिलहाल बनारस में गांजे की सप्लाई किसके कहने पर हो रही थी, आखिर कौन बनारस के लोगों की रगों में खून की जगह नशा भरने का प्रयास कर रहा है, इन सबका जवाब एसटीएफ और नॉरकोटिक्स विभाग पता लगाने का प्रयास कर रही है।

अदरक और बीच में रखा गांजा

एसटीएफ की पूछताछ में गिरफ्तार हुए अभियुक्तों ने बताया कि बरामद ट्रक रून्नू सिंह निवासी मंझरिया जनपद बक्सर बिहार का है। उक्त ट्रक में गांजा छिपाकर तस्करी का काम किया जाता है। इस ट्रक को अमित सिंह एवं रून्नू सिंह निवासीगण मंझरिया जनपद बक्सर बिहार के कहने पर हम लोग गांजा लेने के लिये सलूर घाटी आन्ध्र प्रदेश गये थे। वहां पर ट्रक में अदरक लोड कर इसके बीच में गांजा को छिपा दिया गया। अदरक की बिल्टी जनपद वाराणसी के लिये बनवायी गयी, ताकि चेकिंग के दौरान किसी को कोई शक न होने पाए।

वाराणसी पहुंचने पर मिलता पता

पकड़े गए अभियुक्तों ने एसटीएफ की पूछताछ में बताया कि ट्रक के वाराणसी पहुंचने पर अमित सिंह और रून्नू सिंह बताते कि गांजा कहां पर और किसको देना है। इनके बताने पर हम लोग गांजा संबंधित को दे देते। पूछताछ में अभियुक्तों ने एसटीएफ को बताया कि गांजे की खेप को गंतव्य तक पहुंचाने के एवज में हम लोगों को गांजे की प्रति चक्कर सप्लाई के लिए किराए के अतिरिक्त 50 हजार रुपये मिलता था, जिसके लालच में आकर हम लोग यह गांजा लेकर सप्लाई के लिए जा रहे थे।

::: कोट ::

गांजे की कंसाइनमेंट बनारस आने के लिए आंध्र प्रदेश से निकाली गई थी। ट्रक में अदरक लोड किया गया, जिसकी बिल्टी बनारस तक की तैयार की गई। उसी के बीच में गांजा रखा गया था। इस कंसाइनमेट को लेकर यूपी एसटीएफ की सभी युनिट एक्टिव थी। सोमवार को चंदौली के पास से इसे रोक लिया गया। इससे जुड़े अन्य पहलुओं को भी खंगाला जा रहा है।

- विनोद सिंह, सीओ, एसटीएफ

Posted By: Inextlive