लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र के दौलतपुर में बुधवार को बड़े भाई द्वारा पैतृक मकान बेंचने के लिए दबाव बनाने पर छोटे भाई ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की सूचना पर पहुंची लालपुर पांडेयपुर थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया दिया।

दौलतपुर में सुधाकर महिला इंटर कालेज की पूर्व प्रधानाचार्य उषा शुक्ला मकान बनवाकर रहती थी। उनके साथ उनका छोटा बेटा 32 वर्षीय अखिल शुक्ला, अपनी पत्नी पूजा शुक्ला और 7 वर्षीय बेटी जिम्मी के साथ रहता था। प्रधानाचार्य का बड़ा बेटा निखिल शुक्ला नोएडा में अपने परिवार के साथ रहता है। करीब 3 साल पूर्व अखिल-निखिल के पिता विजय शंकर शुक्ला की मौत हो गई थी। पिछले साल उषा शुक्ला की भी मौत हो गई थी। इसी के बाद अखिल पर निखिल मकान बेचने का दबाव बनाने लगा। कोरोना वायरस के संक्रमण और फिर लॉकडाउन के कारण अखिल की प्राइवेट नौकरी भी चली गई। इस वजह से अखिल परेशान रहने लगा। बुधवार को अपने घर में बेडरूम के बगल के कमरे में अंदर से दरवाजा बंद कर पंखे से रस्सी के फंदे के सहारे लटक कर उसने जान दे दी। इंस्पेक्टर लालपुर पांडेयपुर सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। युवक की पत्नी की तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है।

Posted By: Inextlive