खुले में शौच रोकने के लिए 10 हजार मिस्त्री की दरकार
- जिले में आगामी छह माह में 1,63,628 शौचालय निर्माण का है लक्ष्य
- रोजाना 803 शौचालय निर्माण की दर से हो काम तभी पूरा हो सकेगा लक्ष्य VARANASI शहर में मौजूद सभी 90 वार्ड को शायद गांधी जयन्ती तक खुले में शौच मुक्त करने का टार्गेट पूरा कर लिया जाये, लेकिन इस दिशा में गांव की डगर प्रशासन के लिए आसान नहीं है। ओपन डिफिकेशन फ्री विलेज (ओडीएफ) स्कीम के तहत जनपद के गांव में लक्ष्य के सापेक्ष मात्र क्9,8भ्7 शौचालय का निर्माण हुआ है। अभी लक्ष्य के सापेक्ष में क्,म्फ्,म्ख्8 शौचालय का निर्माण बाकी है जिसके लिए जुलाई से दिसम्बर तक यानि छह महीने का समय है। अफसरान का अंदाज है कि इतने शौचालय निर्माण के लिए लगभग क्0 हजार मिस्त्री और लेबर की जरूरत होगी। फंड की नहीं है कमीओडीएफ के लिए शासन की ओर से जिला प्रशासन को ब्भ् करोड़ क्0 हजार रुपये उपलब्ध कराये जा चुके हैं। इसके अलावा ग्रामीणों को घर में शौचालय बनाने के लिए सरकार की तरफ से सब्सिडी भी दी जा रही है। लेकिन अचानक मिस्त्री और लेबर की कमी से जिला प्रशासन की राह थोड़ी कठिन हो गयी है। लक्ष्य पूरा करने के लिए रोजाना 80फ् शौचालय निर्माण कराना होगा। इस छह महीने में एक मिस्त्री को करीब क्म् शौचालय निर्माण करना होगा।
होगी ब्भ् हजार तक कमाई विभागीय अधिकारियों की माने तो काम मिस्त्री वर्ग के लिए रोजगार का बेहतर अवसर है। वह इस काम से ब्भ् हजार रुपये महीने तक कमा सकते है। सर्वे के अनुसार प्रतिदिन 80फ् शौचालय का निर्माण करें तो टार्गेट तय समय में हासिल किया जा सकता है। इस काम में जुड़ने वाले मिस्त्री को अच्छा पेमेंट दिया जा रहा है। इन ब्लाकों में बनेंगे इतने शौचालय फ्8,8म्9 आराजी लाईन ख्7,9म्भ् बड़ागांव क्फ्,8क्8 चिरईगांव क्9,98म् चोलापुर क्ख्,भ्ख्ब् काशी विद्यापीठ ब्लाक ख्8,ख्म्ब् पिण्डरा ख्ख्,ख्0ख् सेवापुरी फीगर स्पीक्स क्,8फ्,ब्8भ् शौचालय निर्माण का टार्गेट क्9,8भ्7 शौचालय बन भी चुके हैं क्,म्फ्,म्ख्8 का निर्माण अभी शेष 80फ् शौचालय प्रतिदिन बनाने का लक्ष्य क्0 हजार मिस्त्री की होगी आवश्यकता क्फ्फ्ख् गांव है ओडीफ योजना में शामिल 7म्0 ग्राम पंचायतें होंगी इसमें कवर ब्ब् गांव स्थित है गंगा के किनारे यह राजगीर मिस्त्री के लिए रोजगार का बेहतर अवसर है। वह अपने नजदीकी ब्लाक और मुख्यालय से सम्पर्क कर इस मौके का लाभ उठा सकते हैं और योजना से जुड़ कर अच्छा आय कर सकते हैं।शाश्वत आनन्द सिंह, जिला पंचायतराज अधिकारी