- एक को मल्लाहों ने बचाया, दूसरे को एनडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद खोज निकाला

श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए देवरिया से वाराणसी आए दो छात्र बुधवार की सुबह गंगा में स्नान के दौरान तुलसी घाट पर डूब गए। वहीं आसपास मौजूद मल्लाहों ने उन्हें डूबते देखा तो नदी में छलांग लगा दी। इस दौरान एक को तो बचा लिया गया, लेकिन दूसरा उनके हाथ नहीं लगा। इधर, सूचना मिलते ही जल पुलिस, एनडीआरएफ और स्थानीय गोताखारों की टीम दूसरे युवक की तलाश में लग गई। कड़ी मशक्कत के बाद दूसरे युवक का शव मिल सका। भेलूपुर पुलिस ने दोनों छात्रों के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी। सूचना मिलते ही उनके परिजन और रिश्तेदार वाराणसी पहुंच गए।

देवरिया जिले के गौरी बाजार थाना क्षेत्र के बैतालपुर निवासी 20 वर्षीय अक्षत मणि अपने हमउम्र आदित्य तिवारी के साथ ट्रेन से बुधवार की सुबह कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचा। यहां उतरने के बाद दोनों तुलसी घाट पहुंचे। वहीं गंगा स्नान के दौरान पानी के तेज बहाव का अंदाजा न होने के कारण दोनों गहरे पानी में डूबते चले गए। दोनों को डूबता देख घाट के आसपास नावों पर मौजूद मल्लाह दौड़े और आदित्य तिवारी को बचा लिया, जबकि पानी का बहाव तेज होने के कारण अक्षत मणि नदी की तेज धार में बह गया। तत्काल आनन-फानन में आदित्य को प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया। वहीं गोताखोरों के प्रयास के बाद अक्षत का शव बाहर निकाला गया।

दर्शन-पूजन करने आए थे

भेलूपुर थाना प्रभारी ने बताया कि आदित्य तिवारी से बातचीत कर दोनों के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई। दोनों छात्र बाबा श्री काशी विश्वनाथ का दर्शन-पूजन करने वाराणसी आए थे। दोनों छात्रों के परिजन देवरिया से वाराणसी पहुंच गए हैं। अक्षत मणि के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

Posted By: Inextlive