किसी के पास तीन तो किसी के पास पांच साल से नहीं है फिटनेस सर्टिफिकेट टीपी लाइन में दस्तावेजों की जांच में सामने आई असलियत


वाराणसी (ब्यूरो)वाराणसी जिले में बड़ी संख्या में ई-रिक्शा बगैर फिटनेस और इंश्योरेंस के दौड़ रहे हैं। उनकी बेलगाम चाल से शहर का ट्रैफिक तो जाम है ही। बार-बार हादसे भी हो रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार बिना फिटनेस सर्टिफिकेट 30 फीसद से अधिक ई-रिक्शा शहर की सड़कों पर दौड़ रहे हैैं.

केस-1

ई-रिक्शा : यूपी-65 एफटी 4296

ओनर : प्रदीप वर्मा

2018 से इंश्योरेंस नहीं

2019 से फिटनेस नहीं

शमन शुल्क बकाया: 44,500 रुपए

केस-2

ई-रिक्शा : यूपी-65 एफटी 0890

ओनर : अशोक पाठक

2022 से इंश्योरेंस नहीं

2021 से फिटनेस नहीं

शमन शुल्क बकाया: 14,000 रुपए

दो ई-रिक्शा की इस असलियत ने सार्वजनिक सेवा की पोल खोल कर रख दी। किसी के पास तीन तो किसी के पास पांच साल से फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं हैं। ऐसे ई-रिक्शा पर 10 से 15 हजार तक का चालान भी है.

टीपी लाइन में दो हजार ई-रिक्शा

ई-रिक्शा की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ई-रिक्शा के फिटनेस सर्टिफिकेट की जांच कर रही है। जिसके पास भी फिटनेस नहीं है, उसका चालान कर दिया जा रहा है। औसतन हर दिन फिटनेस सर्टिफिकेट न होने की वजह से 70 ई-रिक्शा टीपी लाइन पहुंच रहे हैं, जबकि रिलीज होने वालों की संख्या 8 से 10 ही है। इसके चलते टीपी लाइन में दो हजार से अधिक ई-रिक्शा खड़े हैं। यानी आरटीओ में पंजीकृत ई-रिक्शा के 10 परसेंट ई-रिक्शा टीपी लाइन में खड़े हंै.

इसलिए नहीं छुड़ाते हैं ई-रिक्शा

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में सामने आया कि ई-रिक्शा की कीमत सवा लाख से लेकर पौने दो लाख रुपए है, जिसमें चार बैटरी होती हंै। इनका वारंटी पीरियड 24 महीने है। नए ई-रिक्शा को दो साल का फिटनेस भी मिलता है। यानी दो साल तक सड़कों पर बिना कोई झंझट के ई-रिक्शा दौड़ते हैं। करीब 60 फीसद से अधिक ई-रिक्शा तीन साल से अधिक पुराने हो चुके हैं, जिनका हर साल फिटनेस और इंश्योरेंस जरूरी है। इसमें आधे से अधिक ई-रिक्शा के पास फिटनेस और इंश्योरेंस नहीं है.

रूल्स तोडऩे पर चालान

ट्रैफिक रूल्स तोडऩे पर ऑनलाइन चालान भी होते हैं। जब ये टीपी लाइन में पकड़कर आते हैं तो मालिक ई-रिक्शा मेंं लगी सभी बैटरी, स्टेफनी और अन्य सामान खोलकर ले जाते हैं, सिर्फ बॉडी रह जाती है। पड़ताल में कई ई-रिक्शा ऐसे मिले, जिन पर 15 हजार से अधिक चालान, तीन साल फिटनेस, इंश्योरेंस और पेनाल्टी है। यानी 25 से 26 हजार देेने पर ही ई-रिक्शा रिलीज होगा। ऐसी स्थिति में मालिक ई-रिक्शा छुड़वाता ही नहीं है.

26 हजार ई-रिक्शा

परिवहन विभाग के मुताबिक शहर में करीब 26 हजार से अधिक ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं। इससे यातायात की सुविधा तो मिली, लेकिन संख्या अधिक होने से यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।

ये एरिया ज्यादा प्रभावित

रेलवे स्टेशन कैंट, मंडुवाडीह, अलईपुर के साथ कैंट बस स्टेशन, जंगमबाड़ी, रेवड़ी तालाब, लंका, लक्सा, सुंदरपुर, भिखारीपुर, मंडुवाडीह, रथयात्रा, सोनारपुरा, भोजूबीर, पांडेयपुर समेत अन्य प्रमुख चौराहों पर ई-रिक्शों का जमावड़ा लगा रहता है।

फिटनेस सर्टिफिकेट अनिवार्य

बनारस में चलने वाले ई-रिक्शा का पंजीकरण के साथ फिटनेस प्रमाणपत्र लेना अनिवार्य है। हर साल इसका सर्टिफिकेट लेना जरूरी होता है। इसके अलावा इंश्योरेंस और लाइसेंस भी जरूरी है। इसके बिना ई-रिक्शा चलाने की इजाजत नहीं है। ऐसा होने पर रिक्शा जब्त किया जा सकता है। फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए आनलाइन आवेदन करना होता है। इसकी 1500 रुपये है.

चालकों को मिलेगा कलर स्टीकर

शहर के यातायात सिस्टम को खराब कर रहे ई-रिक्शा के संचालन को लेकर नया प्लान तैयार किया गया है। इसे लागू करने के लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ परिवहन विभाग तैयारी में लगा है। जल्द ही कैंप लगाकर ई-रिक्शा चालकों को कलर स्टीकर दिया जाएगा। ई-रिक्शा पर क्यूआर कोड युक्त कलर स्टीकर लगाए जाएंगे। ई-रिक्शा संचालकों को क्यूआर कोड युक्त कलर स्टीकर देने के लिए विशेष कैंप लगाया जाएगा। ई-रिक्शा का फिटनेस व चालक का ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस देखकर उन्हें स्टीकर प्रदान किया जाएगा.

भविष्य में ऐसे होगा संचालन

ट्रैफिक पुलिस की नई प्लानिंग के तहत शहर को चार जोन में बांटा गया है। इसी के अनुसार ई-रिक्शा का कलर तय किया गया है। रेड जोन में जैतपुरा, आदमपुर व कोतवाली क्षेत्र को रखा गया है। इसी प्रकार आरेंज जोन में थाना लक्सा, चेतगंज, सिगरा, दशाश्वमेध और चौक क्षेत्र, येलो जोन में थाना भेलूपुर व ङ्क्षपक जोन में चितईपुर, लंका क्षेत्र में रहने वाले वाहन स्वामियों के ही ई-रिक्शा चल सकेंगे। जोन के हिसाब से ई-रिक्शा में कलर स्टीकर लगाए जाएंगे। अपने जोन से बाहर जाने पर ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई होगी.

खूब पलटे ई-रिक्शा

12 मार्च 2024 : भेलूपुर थाना के रेवड़ी तालाब क्षेत्र में गड्ढे में फंसकर ई-रिक्शा पलट गया। हादसे में दो लोग घायल हो गए.

23 सितंबर 2023 : विशेश्वरगंज चौराहे के पास भैरोनाथ मंदिर से आ रहा ई-रिक्शा अचानक पलट गया। इस हादसे में दो बच्चे समेत तीन लोगों को चोट लगी.

8 जुलाई 2023 : लंका गेट के पास ट्रामा सेंटर से सवारी लेकर आ रहा ई-रिक्शा पलट गया। इस हादसे में दो लोग घायल हो गए.

शहर की सड़कों पर दौड़ रहे जिन भी ई-रिक्शा का फिटनेस नहीं है, उनको सीज किया जा रहा है। लंबे समय से ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। ई-रिक्शा को लेकर नया प्लान तैयार किया गया है, जो बहुत जल्द ही लागू होगा.

विकास श्रीवास्तव, एसीपी, ट्रैफिक

Posted By: Inextlive