-कोरोना वैक्सीन के लिए मिल रही है डेट

-तो क्या स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है वैक्सीन

-लापरवाह हुए विभाग के ऑफिसर

केस-1

सिगरा निवासी आनंद कुमार ने दो दिन पहले आरोग्य सेतु एप पर पिछले चार दिन से रजिस्ट्रेशन करवाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। गुरुवार को भी वो पूरे दिन रजिस्ट्रेशन करने का प्रयास करते रहे कि उन्हें वैक्सीनेशन की डेट मिल जाये, मगर ऐसा नहीं हो सका।

केस-2

चौक निवासी मनोज सिंह ने 30 अप्रैल को ही रजिस्ट्रेशन करा लिया लेकिन उन्हें अब तक स्लॉट नहीं मिला है। पोर्टल पर सिर्फ यही शो कर रहा है कि यह वैक्सीनेशन सेंटर बुक हो चुका है। उन्होंने अगला डेट भी देखा, पर रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है। एक बार तो उन्हें एक माह आगे की डेट मिल रही थी तो उन्होंने कैंसिल कर दिया।

कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश में तबाही मचा रखी है। कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तो बढ़ ही रहा है साथ ही कोरोना से होने वाले मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। बनारस में भी मरने वालो की रफ्तार कम नहीं हो रहा है। ऐसे में कोरोना के अटैक को रोकने के लिए वैक्सीनेशन ही मात्र एक सहारा बचा है। वैसे तो केंद्र सरकार के आदेश पर बनारस में 18 साल से ऊपर के युवाओं का वैक्सीनेशन भी शुरू हो चुका है, मगर यहां के सभी युवाओं को कोरोना की इस दूसरी लहर में वैक्सीन लग पायेगी यह कहना मुश्किल हो गया है। शासन प्रशासन की ओर से दावा किया जा रहा है की वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज हो गई, लेकिन ये दावे खोखले साबित हो रहे है। हालत ये हो गई है कि वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वालो को सप्ताह से महीने तक आगे की डेट मिल रही है। सीधे तौर पर कहे तो वैक्सीनेशन का बैकलॉक बढ़ता जा रहा है।

तो क्या मुर्दे को लगेगा टिका

एक तरफ जहा सरकार से लेकर एक्सपर्ट तक यही कह रहे हैं कि कोरोना से होने वाली मौतों को रोकने के लिए 18 साल से ऊपर के लोगों का जल्द से जल्द वैक्सीनेशन होना बेहद जरुरी है। अगर ऐसा न हुआ तो इन मौत के बढ़ते आंकड़ों को रोक पाना मुश्किल हो जायेगा। अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब लोगों को रजिस्ट्रेशन के दौरान डेट नहीं मिल रही है और मिल भी रही है तो इतना लम्बा की लोगों को वैक्सीनेशन कराना भूलना पड़ रहा है। अगर वो डेट सेलेक्ट कर भी ले रहे हैं तो इस बात की क्या गारंटी है कि वो व्यक्ति इतने दिन तक कोरोना के कहर से बचा रहेगा। अगर इस अंतराल में उसकी मौत हो जाती है तो क्या यह वैक्सीन मुर्दों को लगाया जायेगा।

तुरंत नाट शेड्यूल

आरोग्य सेतु एप और कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद लाभाíथयों को अपनी सुविधानुसार केंद्र, तारीख और समय का चयन करना है, लेकिन इस समय स्थिति ये है कि रजिस्ट्रेशन के बाद तुरंत नॉट शेड्यूल लिखकर आ रहा है। इस समय दिक्कत ये है हो रही है कि कोविन पोर्टल पर लोग रजिस्ट्रेशन करवा ले रहे हैं लेकिन उन्हे स्लॉट नहीं मिल रही है। स्थिति ये है कि लोग तीन से चार दिन तक स्लॉट का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी अगर लोग चाहे कि उन्हे तत्काल दूसरे दिन टीका लग जाएग तो ऐसा नहीं है। सबसे ज्यादा समस्या इस समय स्लॉट की है। स्लॉट न मिलने की वजह से बैकलॉक बढ़ता जा रहा है।

30 मई तक बुक हो गया है स्लॉट

कोविड कमांड सेंटर के आईटी टीम का कहना है कि एक केंद्र पर अधिकतम 200 लोगों को टीका लगना होता है। ऐसे में अगर ज्यादा लोग हो जाते हैं तो उन्हे बारी-बारी से स्लॉट मिलता है। ज्यादा लोड होने के कारण स्लॉट मिलने में देरी हो रही है। इस समय कोविन पोर्टल पर लोड ज्यादा बढ़ गया है। स्थिति ये है कि इस समय जो लोग भी रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं तो 30 मई तक कोटा फुल बता रहा है। इस डेट के बाद ऑप्शन नहीं खुल रहा है।

वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ बढ़ रही है। इस वजह से यह समस्या आ रही है। वर्तमान में विभाग में कितनी वैक्सीन है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। पोर्टल पर आने वाली समस्या के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकते।

डॉ। विजय राय, डिस्ट्रिक्ट इम्मुनाइजेशन अफसर

Posted By: Inextlive