कैंट थाना क्षेत्र बुद्ध, विहार मार्ग निवासी बुजुर्ग एनटीपीसी से रिटायर कर्मचारी मार्तंड शाही की हत्या के मामले में आठ लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। बुजुर्ग का शव बीते आठ अगस्त को कानपुर के नौबस्ता में मिला था। सूचना पर गाजियाबाद से पहुंचे बेटे अमित शाही ने अंतिम संस्कार कराया था। मंगलवार को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की दी।

अमित शाही ने तहरीर में बताया कि वह गाजियाबाद में नौकरी करता है। पिता मार्तंड शाही रिटायर होने के बाद वाराणसी में रहते थे। उन्होंने बताया कि मां का निधन हो चुका है। चार अगस्त को पिता से बात हुई थी। छह अगस्त को कानपुर में बहनोई से पिता ने बात की। बताया कि तबीयत ठीक नहीं है। सात अगस्त को पिता बहनोई के घर पहुंचने वाले थे। बेटे ने बताया कि उस दिन उनके न पहुंचने पर बहनोई ने उनके दो मोबाइल फोन पर डायल किया, जो बंद बता रहे थे। आठ अगस्त की भोर में साढ़े चार बजे बहनोई को नौबस्ता पुलिस ने उनकी लाश मिलने की सूचना दी। दाह संस्कार के बाद 10 अगस्त को अमित बनारस पहुंचा और केस दर्ज कराया।

उसने बताया कि गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर के असवार निवासी राजेश कुमार चौहान ने मकान पर कब्जा कर रखा है। राजेश बनारस में ककरमत्ता में जानकी नगर अपार्टमेंट में रहता है। उसने आरोप लगाया कि राजेश, उसकी पत्नी कंचन, गोरखपुर के चिलुआताल के सेमरा निवासी बृजेश यादव, रमेश यादव, नेताजी सुभाषचंद्र बोस नगर निवासी सुबोध कुमार द्विवेदी, जौनपुर के पोखरा निवासी दिनेश कुमार सिंह, भोजूबीर निवासी निगमेंद्र कुमार सिसौदिया, शिवपुर के भरलाई निवासी राजेश कुमार ने मिलकर पिता को पीटा और अपहरण कर हत्या कर दी। आरोप है कि सभी बनारस में उसकी संपत्ति हड़पना चाहते हैं।

Posted By: Inextlive