जिले में लॉकडाउन लगने के बाद से कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आ रही है। 24 से 30 अप्रैल के आखिरी सप्ताह में जहां 75 संक्रमित की मौत और 12625 मरीज मिले थे, वहीं लॉकडाउन लगने के बाद 1 से 12 मई तक 104 संक्रमितों की मौत और 12311 मरीज मिले। इन आंकड़ों के मुताबिक सांसों के रुकने में भी कमी आई है। इसके अलावा 13 दिन में 20 हजार से अधिक मरीज स्वस्थ घोषित हुए हैं।

अप्रैल महीने के अंतिम दिनों में रात का कफ्र्यू लगाया गया। इसके बाद सप्ताह में तीन दिन लॉकडाउन लगाया गया। फिर धीरे-धीरे लॉकडाउन बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया। इसका असर संक्रमण नियंत्रण के रूप में देखने को मिला। जिले में संक्रमितों का औसत कम होता जा रहा है।

अप्रैल 2021 सबसे भारी-

जिले में कोरोना का असर अप्रैल माह की शुरुआत से था। अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 कुल 22676 लोग कोरोना की चपेट में आए और 380 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी। अप्रैल 2021 में 42740 लोग संक्रमण की चपेट में आए और 176 की मौत हुई। यह अप्रैल महीना पूरे एक साल के कोरोना काल पर भारी पड़ा। अब तक कोरोना काल में 23 अप्रैल 2021 को रिकार्ड सबसे अधिक 2384 नये संक्रमित मिले। एक मई को रिकार्ड सबसे अधिक 15 मौत हुई थी।

पब्लिक में दिखी जागरुकता

अप्रैल महीने में हर दिन औसतन 1800 नये संक्रमित मिलने के चलते पूरे शहर में कोरोना को लेकर दहशत था। इसके बाद पब्लिक खुद ही कोरोना की चेन तोड़ने की कवायद शुरू कर दी।

-व्यापारियों ने खुद दो दिन लॉकडाउन की पहल की।

-सभी व्यापारिक संगठनों ने दुकानें बंद कर लॉकडाउन सफल बनाया।

-जरूरी होने पर ही पब्लिक घर से बाहर निकली।

-सड़कों पर दोपहर 12 बजे के बाद पूरी रात लॉकडाउन का पालन कराया गया।

-दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन लोगों ने किया।

-घर से बाहर निकले पर हर ने चेहरे पर मास्क पहना।

Posted By: Inextlive