पुलिस ने संजय यादव की स्विफ्ट कार 23 फरवरी को लावारिश हाल में सादात थाने में दाखिल की थी. आरोप है कि एसडीएम के यहां रिपोर्ट लगाने के लिए दारोगा संजय यादव से 25 हजार रुपये की मांग की.

वाराणसी (ब्यूरो)गाजीपुर में खाकी एकबार फिर शर्मसार हुई है। एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने मंगलवार को सादात थाने के नायब दारोगा आफताब आलम को 25 हजार रुपये घूस लेते हुए थाना परिसर से गिरफ्तार किया.

लावारिश मिली थी कार

आजमगढ़ के मुबारकपुर क्षेत्र के गजहड़ा निवासी संजय यादव की शिकायत पर टीम ने यह कार्रवाई की। संजय यादव की स्विफ्ट कार 23 फरवरी को लावारिस हालत में सादात थाने में दाखिल थी। दारोगा ने संजय यादव से रिपोर्ट लगाने के लिए अपने व थानाध्यक्ष आलोक त्रिपाठी के नाम पर पैसे की मांग की। दारोगा आफताब अहमद मीरजापुर के चुनार क्षेत्र के सरैया सिकंदरपुर का मूल निवासी है.

एसओ ने फोन नहीं उठाया

टीम के प्रभारी नीरज सिंह ने बहरियाबाद थाने में दारोगा व थानाध्यक्ष दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मामले में थानाध्यक्ष से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। गणतंत्र दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा प्रदेश में बेहतर कार्यशैली के लिए सादात थाने को सर्वश्रेष्ठ थाने का पुरस्कार दिया जा चुका है।

ऐसे हुई गिरफ्तारी

पुलिस ने संजय यादव की स्विफ्ट कार 23 फरवरी को लावारिश हाल में सादात थाने में दाखिल की थी। आरोप है कि एसडीएम के यहां रिपोर्ट लगाने के लिए दारोगा संजय यादव से 25 हजार रुपये की मांग की। पीडि़त ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन से की। तय योजना के अनुसार टीम थाने पहुंची। जैसे ही संजय ने दारोगा आफताब अहमद 25 हजार रुपये दिए। टीम ने दारोगा को रंगे हाथ दबोच लिया.

तीन वर्ष से हेड मुहर्रिर

आफताब आलम सादात थाने में पिछले तीन वर्ष से हेड मुहर्रिर के पद पर तैनात था। एक माह पूर्व पदोन्नति के बाद इसका स्थानांतरण एसआई पद पर करंडा थाने में हुआ था। वहां पर यह कुछ दिनों पहले चार्ज भी ले लिया था। सादात थाने पर चार्ज देने के लिए दो दिन पहले ही आया था। 4-5 वर्ष पूर्व में वह बहरियाबाद थाने में भी बतौर हेड मोहर्रिर तैनात था।

रिलीज कराने को आवेदन

एंटी करप्सन टीम प्रभारी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता संजय यादव ने 18 मार्च को स्विफ्ट कार को रिलीज कराने के लिए एसडीएम के यहां आवेदन किया था। रिपोर्ट लगाकर एसडीएम के यहां भेजने के लिए थाना प्रभारी आलोक त्रिपाठी ने संजय को एसआइ आफताब आलम से मिलने के लिए कहा था।

सर्वश्रेष्ठ थाने का पुरस्कार

बेहतर कार्य शैली के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा इस वर्ष गणतंत्र दिवस के मौके पर सादात थाने को प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ थाने का पुरस्कार मिला था। यह पुरस्कार डीएम व एसपी ने थानाध्यक्ष आलोक त्रिपाठी को दिया था। यहां तैनात उपनिरीक्षक राजबली व हेड कांस्टेबल राजबली चौरसिया को भी शासन से अच्छे कार्य को लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया था।

कार को हिस्ट्रीशीटर छोड़कर भागा था, पुलिस ने लावारिश में किया था दाखिल

23 फरवरी को मुख्य बाजार की तरफ से एक स्विफ्ट कार थाने को जाने वाली सड़क पर जा रही थी। इस दौरान बालू लदा ट्रैक्टर आने से रास्ता अवरुद्ध हो गया। पीछे से पुलिस की गाड़ी को आते देख चालक कार को लाक कर फरार हो गया। पुलिसकर्मी जब कार के पास पहुंचे तो वह लाक थी और बच्ची रो रही थी। पुलिस ने कार का शीशा तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला। पुलिस जांच में पता चला था कि कार का चालक सरदरपुर गांव निवासी रामअवतार यादव था। वह हिस्ट्रीशीटर है। आजमगढ़ में किसी की गाड़ी चलाता है। वह बच्ची को चाकलेट दिलाने के लिए जा रहा था कि पुलिस को देख भाग निकला। थानाध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया था कि सीयूजी नंबर पर कस्बा में एक अबोध बालिका के भटकने की सूचना मिली है। महिला हेल्प लाइन की रुपाली सिंह बच्ची को अपने साथ ले आईं। सोशल मीडिया के माध्यम से बच्ची के परिजनों की तलाशकर उन्हें सौंप दिया गया.

Posted By: Inextlive