चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाओं का हो रहा गुणवत्तापूर्ण सुधार प्रदेश की रैंकिंग में पिछले दो माह से जनपद दूसरे स्थान पर आराजीलाइन बड़ागांव और हरहुआ सभी ब्लॉक में सर्वश्रेष्ठ

वाराणसी (ब्यूरो)जनपद में चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाओं का लगातार सुदृढ़ीकरण व गुणवत्तापूर्ण सुधार किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में वाराणसी को इस माह प्रदेश में दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त हुआ है। पिछले माह भी वाराणसी को दूसरा स्थान मिला था। इस माह का स्कोर पिछले माह के स्कोर से पांच प्रतिशत से अधिक मिला है। यह जानकारी सीएमओ डॉ। संदीप चौधरी ने दी.

गुणवत्तापूर्ण सेवाएं

सीएमओ ने बताया कि पिछले दो माह से हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में वाराणसी दूसरे स्थान पर बना हुआ है। इससे ज्ञात होता है कि जनपद के सभी राजकीय चिकित्सालयों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेन्द्रों, आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व उपकेन्द्रों पर गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। सबसे बेहतर प्रदर्शन जिला चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हो रहे सिजेरियन प्रसव में देखने को मिला है जिसमें वाराणसी ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है।

टॉप टेन में जगह

इसके अलावा सीमित व खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन के स्थायी साधन के उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ 10 में जगह बनाई है। वाराणसी के तीन ब्लॉक आराजी लाइन, बड़ागांव और हरहुआ ने सभी आठों ब्लॉक की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। अराजी लाइन ब्लॉक सीएचसी पिछले तीन माह से डैशबोर्ड में पहले स्थान पर बना हुआ है।

टीकाकरण 100 फीसदी

सीएमओ ने बताया कि हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड के सूचकांकों (इंडीकेटर्स) में एचआईवी के लिए गर्भवती स्क्रीनिंग में सभी ब्लॉक का प्रदर्शन अच्छा है। बच्चों के नियमित टीकाकरण में बड़ागांव, हरहुआ, काशी विद्यापीठ व जिला चिकित्सालय का प्रदर्शन 100 फीसदी है। गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल के लिए सभी अराजीलाइन, चिरईगांव, चोलापुर, हरहुआ, काशी विद्यापीठ, सेवापुरी व पिंडरा का प्रदर्शन सौ फीसदी है। संस्थागत प्रसव में बड़ागांव, चोलापुर, हरहुआ, काशी विद्यापीठ का प्रदर्शन अच्छा देखा गया है। इसके अलावा कम से कम चार प्रसव पूर्व जांच में जिला चिकित्सालय सहित सभी ब्लॉक का बेहतर प्रदर्शन है।

कमी की जाएगी दूर

सीमित व खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन के स्थायी साधन के उपयोग में सभी अराजीलाइन, चिरईगांव, बड़ागांव, हरहुआ, काशी विद्यापीठ, सेवापुरी व पिंडरा का प्रदर्शन बेहतर है। इसके अलावा वर्तमान जन्म अनुपात, टीबी नोटिफिकेशन सहित अन्य इंडीकेटर्स हैं जिसमें और अधिक सुधार लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में कमी देखी गई है, उसको जल्द ही पूरा किया जाएगा। इसके लिए समस्त कार्यक्रम नोडल अधिकारियों, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक, ब्लॉक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबन्धक, डाटा ऑपरेटर, एएनएम व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि जल्द से जल्द सभी इंडीकेटर्स का शत-प्रतिशत डाटा सुनिश्चित करें.

Posted By: Inextlive