शहर के टै्रफिक लोड को देखते हुए लिया गया निर्णय, वीडीए वीसी ने कारीडोर का निरीक्षण किया

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VARANASI

एक दौर था जब बनारस का नाम आते ही भगवान भोले काशी विश्वनाथ, शहर कोतवाल कालभैरव, मानस मंदिर और दुगाकुंड इलाके के साथ तंग गलियां और दम तोड़ देने वाले जाम के दृश्य जेहन में आ जाते थे। समय बदला और विकास के दौर ने जाम की समस्या को खत्म तो नहीं किया, लेकिन इसमें कमी जरूर आई। सड़के चौड़ी हुई और तंग गलियों में कमी आई। थोड़ा और बदलाव हुआ तो विश्वनाथ धाम के साथ वरूणा कारीडोर शुरू हुआ। अब यही कारीडोर शहर में बची-खुची जाम की समस्या को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। कमिश्नर के प्लान पर वीडीए और नगर निगम की टीमों ने काम शुरू कर दिया है और यदि कोई अड़चन नहीं आई तो जल्द ही काशीवासियों को एक नई सड़क (वरूणा कारीडोर) मिलेगी जो कुछ ही मिनट में आपको कचहरी से सीधे राजघाट पहुंचा देगी। इसी के मद्देनजर बुधवार को वीडीए वीसी राहुल पांडेय ने डीएम आवास के पीछे वाले हिस्से से लेकर नक्खीघाट तक वरुणा कारीडोर का निरीक्षण किया।

वीडीए और निगम होंगे साथ

स्मार्ट सिटी योजना के तहत वरुणा कारीडोर को वैकल्पिक रोड के रूप में विकसित करने की प्लानिंग है। वाराणसी विकास प्राधिकरण और नगर निगम संयुक्त रूप से इस रोड को मूर्तरूप देंगे। इसके अलावा जरूरत के हिसाब से टै्रफिक पुलिस, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग और पर्यटन विभाग सहयोग करेंगे।

10 किमी लम्बे रोड पर पांच पड़ाव

कचहरी से राजघाट तक तकरीबन 10 किमी लम्बा वैकल्पिक रोड बनाया जाएगा। इस रोड पर जगह-जगह ई-रिक्शा स्टैंड, फूड कोर्ट, आईसक्रीम पार्लर, शौचालय के साथ छोटी-छोटी जरूरतों के हिसाब से एक्टिविटिज जोन बनाये जाएंगे। प्रारम्भिक योजना के तहत कचहरी के सामने वरुणा पुल के नीचे शास्त्री घाट से कारीडोर की शुरुआत होगी, जो पहला पड़ाव होगा। इसके बाद चौकाघाट दूसरा, बघवा नाला तीसरा, पुराना पुल चौथा और खिड़कियां घाट पांचवां स्टैंड होगा।

शुरुआत में चलेंगे ई-रिक्शा

वैकल्पिक रोड के रूप में विकसित होने वाली वरुणा कारीडोर पर शास्त्री घाट से खिड़कियां घाट तक शुरुआत में ई-रिक्शा चलाने की योजना है। अगर वैकल्पिक रोड कारगर साबित हुआ तो इसे फिर स्थायी किया जाएगा। जरूरत के हिसाब से अन्य ट्रांसपोर्ट पर विचार किया जाएगा।

वरुणा कारीडोर को वैकल्पिक रोड के रूप में विकसित करने की योजना है। कमिश्नर के निर्देश पर बुधवार को निरीक्षण किया गया। शास्त्री घाट से लेकर राजघाट तक क्या-क्या हो सकता है। इसका सर्वे किया जा रहा है। बहुत जल्द ही सर्वे रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी।

राहुल पांडेय, वीसी, वीडीए

वैकल्पिक मार्ग बनने के बाद शहर का टै्रफिक लोड कम हो सकता है। कैंट से चौकाघाट तक जाम भी नहीं लगेगा। यह रोड टूरिस्ट्स के लिए काफी कारगर साबित होगा। वैसे पहले से शहर में जाम की समस्या बहुत कम हो गई है।

श्रवण सिंह, एसपी टै्रफिक

201

करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे वरूणा कारीडोर पर

10

किमी लम्बा होगा वैकल्पिक मार्ग

05

स्टापेज होंगे शास्त्री घाट से लेकर राजघाट के बीच

30

ई-रिक्शा शुरुआती दौर में चलाने की योजना

25

रुपये किराया शास्त्री घाट से लेकर राजघाट तक का

Posted By: Inextlive