उप राष्ट्रपति ने पंंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर अर्पित किया श्रद्धासुमन विजिटर डायरी में लिखा संदेश: दलितों का उत्थान करना व वंचित वर्ग को खुशी देना ही पंडित जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि इससे पूर्व श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में पत्नी के साथ की बाबा विश्वनाथ की पूजा-अर्चना

वाराणसी (ब्यूरो)उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए विजिटर डायरी में लिखा कि आइए, हम सब मिलकर भारत को खुशहाल व समृद्ध राष्ट्र बनाने का प्रयास करें। दलितों का उत्थान करना और सबसे अधिक वंचित वर्गों को खुशी देना पंडित दीनदयाल के प्रति यहीच्सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

पुष्प अर्पित किया

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू सुबह अपनी पत्नी एम उषा के साथ पंडित दीनदयाल स्मृति उपवन पहुंचे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की आदमकद प्रतिमा को एकटक निहारते रहे। उनके चरणों में पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी व स्मृतियों को संजोया। जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल व जनसंघ अध्यक्ष व एकात्मवाद सिद्धांत के जनक, दलितों-गरीबों के उत्थान के लिए सदैव तत्पर रहने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पर आधारित लघु फिल्म को आंखों पर वर्चुअल रियल्टी बाक्स लगा कर देखा। लगभग 17 मिनट की फिल्म देखने के बाद आंखें बंद कर देर तक स्मरण करते दिखे। परिसर में बने हुए माडल शो केश का भी अवलोकन किया। अधिकारियों ने प्रथम फेज के कार्य के संग द्वितीय फेज में होने वाले संपूर्ण कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। परिसर की दीवारों पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंकित एक-एक विचारों को गंभीरता से पढ़ा। इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ थीं।

सेल्फी प्वाइंट पर ली तस्वीर

इससे पहले उप राष्ट्रपति ने परिवार के साथ स्मृति स्थल में मौजूद सेल्फी प्वाइंट पर अपनी तस्वीर भी उतरवाई। परिसर में स्थित वैदिक उपवन को निहारा। प्रतिमा के सामने बने कुंड को भी देखा। इस दौरान उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक व मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने पं। दीनदयाल की एक प्रतिमा स्मृति स्वरूप प्रदान किया। उप राष्ट्रपति ने ने इस दौरान कहा कि आज हनुमान जयंती हैं। यह दिन सादगी व शौर्य का है। भगवान सभी का कल्याण करें। उप राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। इस दौरान जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम में लगे रहे.

Posted By: Inextlive