मां गंगा की दिव्य व भव्य आरती देख हो गए भाव-विभोर रेलवे स्टेशन पर ही अनुपम छंटा देख स्वागत से गदगद दिखे कलाकारों का लोकनृत्य देख मुग्ध पेंङ्क्षटग्स में निहारी काशी की झांकी

वाराणसी (ब्यूरो)उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू शुक्रवार को अयोध्या से ब्रेजीडेंशियल स्पेशल ट्रेन से चलकर शाम 6.04 बजे बनारस स्टेशन पहुंचे। यहां उनका भव्य स्वागत किया गया। स्टेशन पहुंचते ही बदलते बनारस की अद्भुत छटा को देख वह अभिभूत हो गए। उनके साथ पत्नी एम। ऊषा नायडू व प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी थीं.

देखी बनारस की झांकी

बाबा विश्वनाथ की नगरी में कदम रखते ही उन्होंने स्टेशन पर बनारस की झांकी देखी। यहां बिछे रेड व ग्रीन कार्पेट पर मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, काबीना मंत्री रवींद्र जायसवाल व महापौर मृदुला जायसवाल ने उनकी अगवानी की। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश सहित अन्यच्उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में उन्हें गार्ड आफ आनर दिया गया। इसके बाद उपराष्ट्रपति ने बनारस स्टेशन की खूबसूरती को जी भर के निहारा।

पेश किया भरतनाट्यम

बाहर निकलते हुए प्रतीक्षागार में अर्धनारीश्वर के बीच से बहती जलधारा को कुछ देर देखते रहे। वहीं हाल में लगी बनारस पर पेंङ्क्षटग्स को भी देखा। प्रतीक्षा हाल में ही बुंदेलखंड के लोक कलाकारों ने राई नृत्य प्रस्तुत कर उनका भव्य स्वागत किया। 6:14 बजे बाहर निकले तो स्टेशन परिसर की सर्कुलेङ्क्षटग एरिया में लक्ष्य एकेडमी की छात्राओं ने हाथों में दीपमालिका लेकर भरतनाट््यम से स्वागत किया। उनके आगे पर राज्य संस्कृति विभाग के कार्यक्रम अधिशासी कमलेश कुमार पाठक के नेतृत्व में पहुंचे अवध क्षेत्र के कलाकारों ने फरुवाई नृत्य, गाजीपुर का कठघोड़वा नृत्य से उनका स्वागत हुआ। उपराष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद रही.

सुरसरि का सपत्नीक दुग्धाभिषेक

सामने सुरसरि की कल-कल धार, लहरों पर इठलातीं प्रकाश रश्मियां और घाट की सीढ़ी पर वेदमंत्रों के बीच कौशेय वस्त्रों में सजे बटुकों द्वारा हजारा दीपकों से मां पतित पावनी की अनुपम आरती। विश्व प्रसिद्ध इस दिव्य ²श्य को जब दशाश्वमेध घाट पर फूलों से सजे भव्य मंच पर खड़े देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने देखा तो भाव-विभोर हो उठे। बरबस ही श्रद्धा से उनके दोनों हाथ जुड़ गए, कुछ पल को आंखें बंद हुईं और होंठ बुदबुदा उठे। इसके बाद सपत्नीक मोक्षदायिनी मां गंगा का वेदमंत्रों के बीच दुग्धाभिषेक कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया।

साथ-साथ रहीं राज्यपाल

उपराष्ट्रपति के साथ प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी थीं। गंगा आरती व काशी विश्वनाथ में दर्शन-पूजन के बाद उपराष्ट्रपति बनारस रेलइंजन कारखाना के विश्राम गृह पहुंचे। वहा रात्रि विश्राम के पश्चात शनिवार को वह बाबा विश्वनाथ, काशी के कोतवाल काल भैरव का दर्शन-पूजन करेंगे.

Posted By: Inextlive