-वालीवुड के फेमस एक्टर विनोद खन्ना के निधन की खबर सुन मस्तमौला शहर बनारस भी स्तब्ध

-2013 में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान शहर को बताया था जिंदादिल, अकेले ही निकलते थे घूमने बनारस

VARANASI

हिंदी फिल्म सिनेमा के फेमस एक्टर विनोद खन्ना जिन्होंने गुरुवार को मुंबई में अंतिम सांस ली। वह लंबे वक्त से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। विनोद खन्ना के निधन की खबर सुनते ही बनारस के लोग भी शॉक्ड हो गए। क्योंकि विनोद खन्ना ने बनारस को कुछ दिन ही लेकिन जिंदादिली के साथ जिया था। 2013 में उन्होंने 'गन्स ऑफ बनारस' की शूटिंग के दौरान यहां की गलियों, खानपान और लोगों के अल्हड़पन की खूब तारीफ की थी। इस दौरान वह कई दिनों तक यहां के होटल रेडिसन में रुके थे। फिल्म की शूटिंग बनारस के तुलसीघाट, निरंजनी अखाड़ा, अस्सीघाट, शिवाला घाट, गलियों में हुई थी। उस वक्त शूटिंग के बाद विनोद खन्ना चुपके से गंगा आरती देखने भी जाते थे। आरती देख भावविभोर हो जाते थे और घाट पर ही अपने खास लोगों से बनारस की मस्ती और यहां की संस्कृति पर चर्चा करते हुए कहते थे कि सच में बनारस जैसा कोई दूसरा शहर नहीं है।

हॉस्पिटल में गिर गए थे विनोद

गंस ऑफ बनारस में विनोद खन्ना लीड एक्टर करननाथ के पिता बने थे। फिल्म की शूटिंग शहर के मंडलीय हॉस्पिटल में भी हुई थी। जहां वॉर्ड नंबर सात के गलियारे के बाहर शूटिंग के दौरान वह फिसलकर गिर पड़े थे। उन्होंने अस्पताल में मरीजों की दशा देखकर अफसोस भी जताया था। रंगकर्मी रतिशंकर त्रिपाठी बताते हैं कि विनोद खन्ना खाने के शौकीन थे। खास कर बनारस का खानपान उन्हें बहुत पसंद आया था। अक्सर कहते थे कि बनारस बड़ा ही जीवंत शहर है। शूटिंग के दौरान वह सभी लोगों से बड़े ही रिलेक्स मूड में मिलते हुए उनके साथ फोटो खिंचवाते थे। शूटिंग के दौरान मौजूद लोगों का कहना था कि विनोद खन्ना अकेले ही बनारस की गलियों में रात में घूमने निकल पड़ते थे। कई बार वह शहर के गड्ढे में गिरकर चोटिल भी हुए।

कैंट थाने में भी हुई थी शूटिंग

गन्स ऑफ बनारस की शूटिंग के दौरान बनारस में इस फिल्म में छोटा सा किरदार निभाने वाले यूपी पुलिस केइलाहाबाद में तैनात इंस्पेक्टर अनिरुद्ध सिंह भी थे। उन्होंने उस वक्त विनोद खन्ना के साथ जुड़ी यादों को साझा करते हुए बताया कि शूटिंग वाराणसी के कैंट थाने में भी हुई थी। उस वक्त अनिरूद्ध सिंह बतौर इंस्पेक्टर यहां तैनात थे। अनिरूद्ध ने बताया कि शूटिंग के दौरान एक सीन में विनोद खन्ना अपने बेटे को छुड़ाने के लिए थाने आते हैं। वहां मैं पुलिस अफसर का रोल प्ले कर रहा था। शूटिंग के वक्त कैंट थाने में काफी भीड़ हो गई थी। मैंने अपने तरीके से भीड़ को हटाया। तब विनोद खन्ना ने कहा कि तुम्हारा बॉडी लैंग्वेज रीयल कैरेक्टर की तरह है। मैंने बताया कि मैं ऑफिसर ही हूं, तो वे जोर से हंसने लगे।

होटल बुलाकर बोले CD लाओ यार

अनिरूद्ध ने बताया कि शूटिंग से खाली होकर दोपहर में एक दिन विनोद खन्ना ने मुझे होटल बुलाकर कहा यार 'चरस' फिल्म की सीडी लाओ देखना है। उन्हें इस फिल्म में अजीत के डायलॉग बहुत पसंद थे। उन्होंने बताया कि एक दिन रात क्0 बजे कई लोगों की भीड़ होटल में फोटो खिंचवाने के लिए जुटी। विनोद खन्ना का फोन आया बोले भाई रीयल पुलिस की जरूरत है आ जाओ। मेरे पहुंचने पर वो कमरे से बाहर आए और सभी को मॉर्निग में सेल्फी के लिए बुलाया। किसी को निराश नहीं करते थे। विनोद खन्ना अक्सर होटल में अमिताभ बच्चन से जुड़ी यादें साझा करते थे।

दिया कार्ड, बोले मुंबई आना तो मिलना

विनोद को रोस्टेड चिकन बहुत पसंद था। रेडिसन होटल में एक बैरे की आवाज सुन उन्होंने कहा कि तुम्हारी आवाज में दम है। उस बैरे ने उन्हें कलाकारों की मिमिक्री सुनाई। तब उन्होंने बैरे को कार्ड देकर कहा कि कभी मुंबई आना तो मिलना जरूर।

Posted By: Inextlive