बाबा विश्वनाथ के दर्शन को आतुर दर्शनार्थियों को जितनी धक्कामुक्की का सामना मंदिर परिसर के भीतर नहीं करना पड़ता है. उससे कहीं ज्यादा मंदिर के बाहर के रास्ते से गुजरने पर करना पड़ता है. गोदौलिया से गेट नंबर-4 की ओर जाने वाले रास्ते को तय करने में अधिकतम पांच से आठ मिनट लगते हैैं लेकिन जाम की वजह से 20 से 30 मिनट तक लग जाता है. लोगों को ये परेशानी सिर्फ वीवीआईपी और वीआईपी की चार पहिया गाडिय़ों के कारण उठानी पड़ती है.

वाराणसी (ब्यूरो)। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए 4 प्रवेश द्वार बनाए गए हैैं। लेकिन कंस्ट्रक्शन का काम चलने की वजह से अभी सिर्फ गेट नंबर 1 और 4 से ही इंट्री दी जा रही है। गेट नंबर-4 से वीआईपी, वीआईपी समेत दर्शनार्थियों की इंट्री है। इस रास्ते में भी निर्माण कार्य जारी है। इस कारण भी गोदौलिया से गेट नंबर-4 की ओर जाने वाले रास्ते पर चार पहिया वाहनों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है। जिससे दर्शनार्थियों को आने-जाने में कोई परेशानी नहीं हो। लेकिन इस सडक़ पर वीवीआईपी और वीआईपी गाडिय़ों के आने-जाने में कोई रोक नहीं है। ये गाडिय़ां हमेशा ही इस रास्ते से निकलती हैैं और जाम लग जाता है।

गिरजाघर चौराहेमें लगाए गए हैैं बैरिकेड्स
गिरजाघर से मंदिर के प्रवेश द्वार तक पहुंचने में दो जगह बेरिकेड्स लगाए गए हैैं। पहला गिरजाघर और दूसरा गोदौलिया चौराहे पर। जिससे चार पहिया वाहनों को रोका जा सके और श्रद्धालुओं को आने-जाने में दिक्कत नहीं हो। लेकिन यहां पर हमेशा ही चार पहिया वाहनों से पहुंचने वाले वीवीआईपी और वीआईपी के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है।

व्हील चेयर की भी है व्यवस्था
गिरजाघर, गोदौलिया समेत मंदिर के आसपास कई स्थानों से बुजुर्ग, असाध्य, किन्हीं कारणों से चलने में असमर्थ लोगों के लिए व्हील चेयर की भी व्यवस्था है। इनका उपयोग करके श्रद्धालु मंदिर पहुंचते भी हैैं।

सीपी ने पैदल जाकर दिया था संदेश
पुलिस कमिश्नर ए। सतीश गणेश बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने गए थे। वे गोदौलिया से मंदिर परिसर तक पैदल चलकर पहुंचे थे। इसके पीछे यह संदेश भी छुपा था कि वीआईपी गाडिय़ों से न चलकर पैदल ही मंदिर जाने का सफर तय करें।

रुतबा है बड़ा कारण
गोदौलिया में मल्टीलेवल पार्किंग की सुविधा है। यहां से महज कुछ मीटर की दूरी पर मंदिर है। यहां गाड़ी पार्क करके वीआईपी भी आसानी से चंद कदम चलकर दर्शन कर सकते हैैं, लेकिन रुतबा और पद का अहंकार वीआईपी गाडिय़ों को गेट नंबर-4 से पहले रुकना बेकदरी लगती है।

गाडिय़ों के आने-जाने से लगता है जाम
सडक़ पर पैदल व छोटे वाहन आसानी से आ-जा सकते हैैं, लेकिन चार पहिया वाहनों के प्रवेश से जाम की स्थिति बन जाती है। लोग गेट के पास ही गाड़ी खड़ी करके दर्शन करने चले जाते हैैं और परेशान हम लोग होते हैैं।
सुरेश कुमार

हम दर्शन के लिए आए थे। आसानी से पहुंच तो गए, लेकिन निकलते वक्त गाडिय़ों की वजह से जाम लग गया। यहां पर गाडिय़ों के आने-जाने पर रोक है, तो वीआईपी की गाडिय़ों को भी रोकना चाहिए।

रोड पर जाम लग गया है। हम लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी हो रही है। नियम सभी के लिए समान होने चाहिए। दूसरों को परेशान करके भगवान के दर्शन करने का क्या औचित्य है।
विशाल गिरी

Posted By: Inextlive