- बिहार के युवक की वाराणसी में हत्या मामले का हुआ खुलासा

- नौ दिन बाद हुआ खुलासा

- डंडे से वार कर दबाया गया था गला

सिगरा थाना क्षेत्र में दिलीप रावत की हत्या परिचितों ने की। इसका खुलासा 9 दिन बाद पुलिस ने किया। आरोपी ने बताया कि पत्नी के साथ दिलीप अवैध संबंध बनाने का दबाव बना रहा था। इसी हरकत से तंग आकर दोस्त, पत्नी संग मिलकर हत्या कर दी। दिलीप बिहार के छपरा का निवासी है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया और न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।

ऐसे मिली सूचना

प्रजापति कुम्हार हितकारिणी सभा के सेकेट्री रतन कुमार प्रजापति ने बीती चार अगस्त की शाम सिगरा थाने की पुलिस को सूचना दी थी कि उनके भवन के परिसर में बने टॉयलेट से दुर्गंध आ रही है। पुलिस पहुंची तो टॉयलेट में शव मिला। रतन ने पुलिस को यह भी बताया कि भवन में निर्माण कार्य चल रहा था। काम करने वाला राजगीर बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के हरपुर गांव का जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव और उसके साथ काम करने वाला मजदूर व उसकी पत्नी गायब हैं।

परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की गई तो पता लगा कि जितेंद्र और मजदूर दंपति अपने बच्चे के साथ दो अगस्त की रात 1:53 बजे बाहर निकले। इसके साथ ही भवन में रखी आलमारी का ताला टूटा हुआ था और उससे 11,500 रुपए गायब थे।

डीसीपी वरुणा जोन विक्रांत वीर घटना के संबंध में प्रेसवार्ता में बताया कि सीसीटीवी के डीवीआर से तीनों की फोटो डेवलप कर इंस्पेक्टर सिगरा अनूप कुमार शुक्ला ने जितेंद्र और मजदूर दंपति की तलाश शुरू की। शुक्रवार को एक मजदूर के माध्यम से पता लगा कि जितेंद्र सहित तीनों कैंट रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने कैंट रोडवेज के समीप घेरेबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। तलाशी में तीनों के पास से 4,400 रुपए बरामद हुए।

जितेंद्र के साथ गिरफ्तार दंपति की शिनाख्त आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थाना के भटनी बदैना गांव के पप्पू गुप्ता और उसकी पत्नी पूजा गुप्ता के तौर पर हुई है। पुलिस की पूछताछ में पप्पू ने बताया कि वह और उसकी पत्नी राजगीर जितेंद्र के साथ 17 जून से प्रजापति हितकारिणी सभा भवन में काम कर रहे थे। चेतगंज लेबर मंडी से दिलीप की जान-पहचान जितेंद्र से हुई थी।

30 जुलाई को दिलीप पहली बार उन लोगों के पास आया और उसकी पत्नी के साथ अश्लील हरकत किया। इसके बाद वह रोजाना आने लगा और उसकी पत्नी पर अवैध संबंध का दबाव बनाने लगा। इसे लेकर वह और उसकी पत्नी परेशान हो गए तो उन्होंने जितेंद्र के साथ मिलकर दिलीप को सबक सिखाने की योजना बनाई।

2 अगस्त की रात दिलीप फिर आया और पूजा के साथ अश्लील हरकत कर अवैध संबंध के लिए दबाव बनाया। यह जानकर पप्पू और जितेंद्र ने रात में दिलीप को ठहरने को कहा। सबसे पहले तीनों ने प्रजापति भवन में रखी आलमारी का ताला तोड़ कर उसमें रखे 11,500 रुपए चुराए। इसके बाद मैदान में पड़ा डंडा उठाकर पीछे से दिलीप के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर ताबड़तोड़ वार किए।

दिलीप शोर मचाने लगा तो पप्पू ने उसका मुंह दबाया और पूजा पैर पकड़ ली। इसके बाद जितेंद्र ने दिलीप को पकड़ लिया और पप्पू कपड़ों से बनाई गई रस्सी लाकर उसका गला घोंट दिया। हत्या के बाद हाथ-पैर बांधकर तीनों ने प्रजापति भवन के टॉयलेट में उसे फेंक दिया। रात 2 बजे के लगभग तीनों भवन से निकल गए।

तीनों ने बताया कि वे इधर-उधर छुप रहे थे। अब बनारस में काम कर पाना संभव नहीं था, इसीलिए तीनों छुपते हुए कैंट रेलवे स्टेशन जा रहे थे। रेलवे स्टेशन से जिस भी बड़े शहर की ट्रेन मिल जाती, तीनों निकल जाते।

Posted By: Inextlive