-आरओ वाटर के लिए लगायी गयी वाटर वेंडिंग मशीन पड़ी बंद, वाटर बूथ भी हैं बदहाल

-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने की पड़ताल, पैंसेंजर्स को हो रही परेशानी

कैंट रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर्स के लिए वाटर वेंडिंग मशीन करीब एक साल पहले लगायी गयी। जिससे कि उन्हें पानी के लिए भटकना न पड़े। लेकिन पिछले कुछ महीनों से ये मशीन यात्रियों को निराश कर रही है। कई पैसेंजर्स ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से भी ये प्रॉब्लम शेयर की। लगातार मिल रही शिकायतों की हकीकत जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम कैंट स्टेशन पहुंच गयी। यहां वाटर वेंडिंग मशीन बंद मिली। आप भी देखिये किस हाल में है वाटर वेंडिंग मशीन

प्लेटफॉर्म नं। 1

टैप तक नहीं

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम सबसे पहले प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पहुंची। यहां लगा वाटर वेंडिंग मशीन बंद मिला। मशीन में टैप तक नहीं था। जबकि प्लेटफॉर्म नंबर एक पर सबसे ज्यादा पैसेंजर्स का रश होता है। इस प्लेटफॉर्म पर दो मशीन लगायी गयी है।

प्लेटफॉर्म नं। 2-3

गायब मिली मशीन

टीम प्लेटफॉर्म नं। एक के बाद दो और तीन पर पहुंची। दोनों प्लेटफॉर्म पर एक छोर से दूसरे छोर तक छान मारने के बाद भी कहीं वाटर वेंडिंग मशीन दिखाई नहीं दी। सोर्सेस के मुताबिक इन प्लेटफॉर्म पर मशीन लगी थी लेकिन रेनोवेशन के दौरान हटा दी गयी।

प्लेटफॉर्म 4-5

बदहाल मिली मशीन

अगला पड़ाव प्लेटफॉर्म नंबर चार व पांच रहा। इस प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा पैसेंजर्स का दबाव रहता है। बावजूद इसके यहां भी आरओ पानी के लिए लगी मशीन एक कोने में बदहाल मिली।

प्लेटफॉर्म नं। 6-7-8-9

अब बारी छह-सात व आठ और नौ नंबर प्लेटफॉर्म की थी। यहां मशीन की हालत औरखराब मिली। करीब एक साल पहले लगायी गयी मशीन खुद प्यासी थी। मशीन इतनी गंदी हो गयी थी जैसे लगा कई महीनों से बंद पड़ी हो।

साफ पानी को लगी थी छह मशीन

कैंट रेलवे स्टेशन पर पीक सीजन में सबसे करीब दो से ढाई लाख यात्रियों का फुटफॉल रहता है। इस दौरान सबसे ज्यादा मारामारी पानी की रहती है। इस दिक्कत को दूर करने के लिए करीब दो साल पहले स्टेशन पर कम पैसे में साफ व ठंडा पानी देने के लिए आरओ मशीन लगाई गई। प्लेटफॉ‌र्म्स पर छह मशीन इंस्टॉल की गयी। जिनमें से पांच से ही पानी पैसेंजर्स को मिल पाया।

इसलिए बंद है मशीन

प्लेटफॉर्म पर लगायी गयी एक मशीन की कीमत करीब पांच लाख है। रेलवे ने इसे लगाने और चलाने का ठेका अर्थ वाटर कंपनी को दिया था। ठेका मिलने के बाद कंपनी ने प्लेटफॉर्म पर वाटर मशीन लगा भी दिया। लेकिन कुछ दिन चलने के बाद मशीन को बंद कर दिया गया। क्योंकि कंपनी ने मशीन के बिजली और पानी का बिल बकाया कर दिया। नतीजा ये हुआ कि रेलवे ने बिजली पानी रोक दिया।

20 रुपये में पांच लीटर पानी

रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म नंबर एक पर 2, प्लेटफार्म नंबर 2-3 पर दो, 4 और 5 नंबर प्लेटफार्म पर दो मशीन लगाई थी। वहीं 6-7 व 8-9 पर एक एक मशीन लगायी गयी थी। इन मशीनों पर कंपनी की ओर से ऑपरेटर भी तैनात किए गए थे। कईमशीनें रात के समय में भी खुली रहती थीं, जो कुछ दिन बाद बंद हो गयीं। इनमें सिक्का डालकर पैसेंजर खुद पानी लेता था। आरओ वॉटर वेंडिंग मशीन से यात्रियों को अपनी बोतल में एक रुपए से 300 एमएल पानी, वहीं कंपनी की बोतल में इसके लिए दो रुपए लगते थे। पांच लीटर पानी के लिए 20 रुपए खर्च करने होते थे।

बॉटल की बढ़ गयी सेल

कैंट स्टेशन पर आरओ प्लांट बंद होने से हजारों की संख्या में यात्रियों को मजबूरी में स्टॉलों से पानी की महंगी बॉटल खरीदना पड़ता है। स्टेशन के स्टॉल्स में भी रेल नीर के स्थान पर दूसरे ब्रांड का पानी धड़ल्ले से बिक रहा है। इन पर भी कुछ खास कार्रवाई नहीं की जाती।

वाटर बूथ बने शोपीस

आरओ वॉटर वेंडिंग मशीन के अलावा प्लेटफॉर्म पर पैसेंजर्स की सुविधा के लिए सीमेंटेड वॉटर बूथ बनाया गया है। इन बूथ का हाल भी बदहाल है। इनमें टैप ही गायब मिले। टीम ने प्लेटफॉर्म पर स्थित लगभग सभी बूथ की पड़ताल की। लगभग सभी नल से टैप गायब हैं। आशंका है कि आराजक तत्वों ने इसे तोड़ दिया। या फिर अवैध कारोबार करने वालों का टैप निशाना बन गया होगा।

Posted By: Inextlive