-संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के 37वें कन्वोकेशन में 33 को मिला 57 मेडल

-सर्वोच्च मा‌र्क्स पाने वाले स्वामी स्वामी अद्भुत वल्लभदास को मिले 10 गोल्ड मेडल

VARANASI

गले में गोल्ड मेडल भला किस स्टूडेंट्स का सपना नहीं होता। जब यह हकीकत में बदलता है तो आंखों की चमक देखने लायक होती है। कुछ ऐसा ही गुरुवार को संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में देखने को मिला। जैसे जैसे टॉपर्स के गले में चीफ गेस्ट मेडल पहना रहे थे वैसे वैसे चेहरे दमक जा रहे थे। कन्वोकेशन में 33 स्टूडेंट्स को 57 मेडल प्रदान किया गया। कार्यक्रम के चीफ गेस्ट यूजीसी के उपाध्यक्ष डॉ। भूषण पटव‌र्द्धन व अध्यक्षता गवर्नर व चांसलर आनंदीबेन पटेल ने की।

स्वामी अद्भुत वल्लभ को 10 मेडल

कन्वोकेशन में 33 टॉपर्स को 57 मेडल दिये गये। 49 मेडल ब्वायज व आठ मेडल ग‌र्ल्स के नाम रहा। आचार्य में सर्वोच्च मा‌र्क्स प्राप्त करने वाले स्वामी अद्भुत वल्लभदास को 10 गोल्ड, हरिओम शर्मा को पांच गोल्ड, राहुल कुमार पांडेय को चार गोल्ड, प्रकाश पांडेय को तीन, टीका देवी को दो स्वर्ण व सुमन तिवारी को एक गोल्ड एवं एक सिल्वर मेडल से नवाजा गया। वहीं प्रथमा, पूर्व मध्यमा, उत्तर मध्यमा, शास्त्री, आचार्य, शिक्षा शास्त्री, पुरातत्व एवं संग्रहालय, पत्रकारिता एवं जनसंचार विज्ञान स्नातकोत्तर, ग्रंथालय एवं सूचना विज्ञान शास्त्री, संस्कृत प्रमाण पत्रीय, विद्यावारिधि एवं विद्या वाचस्पति के टोटल 22726 स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान की जाएगी। इनमें 11936 ब्वायज व 10790 ग‌र्ल्स सम्मिलित हैं।

स्वामी शरणानंद हुए महामहोपाध्याय

स्वामी शरणानंद महाराज को समारोह में 'महामहोपाध्याय' की उपाधि से विभूषित किये जाने की घोषणा हुई। हालांकि वे यह डिग्री लेने के लिए मौजूद नहीं थे। यूनिवर्सिटी की ओर से यह डिग्री सन् 1989 के बाद किसी को प्रदान की जा रही है। वहीं संस्कृत भाषा के पुनर्जागरण के लिए संस्कृत भारती के संस्थापक पद्मश्री चमूकृष्ण शास्त्री को डीलिट की डिग्री प्रदान की गई। इस मौके पर वीसी प्रो। राजाराम शुक्ल, पद्मश्री चमूकृष्ण शास्त्री, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के वीसी प्रो। टीएन सिंह, पूर्व वीसी प्रो। पृथ्वीश नाग, प्रो। यदुनाथ दुबे, काशिराज परिवार के अनंत नारायण सिंह, कृष्णप्रिया सहित एमएलए अवधेश सिंह, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, चेतनारायण सिंह आदि थे। संचालन प्रो। हरिप्रसाद अधिकारी ने किया।

शाम को हुआ कल्चरल प्रोग्राम

कन्वोकेशन के क्रम में ऐतिहासिक मुख्य भवन में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया है। इसमें बेंग्लुरु की श्रुति भट्ट एवं वाराणसी की डॉ। आर्चना मह्स्कर के गायन ने श्रोताओं को विभोर किया।

स्वयं को सर्वगुण संपन्न बनाएं -आनंदीबेन पटेल

स्टूडेंट्स एक के बाद एक डिग्री हासिल करने तक ही सीमित न रहें, बल्कि नैतिकता, ईमानदारी और करुणा के साथ स्वयं को सर्वगुण संपन्न बनाएं और राष्ट्र निर्माण में सहयोग करें। यह बातें गवर्नर व चांसलर आनंदीबेन पटेल ने गुरुवार को संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के कन्वोकेशन में कही। कहा कि युवा खुद को सर्वगुण सम्पन्न बनायें।

शास्त्र के छूटे विषयों को लाएं सामने--प्रो। पटव‌र्द्धन

चीफ गेस्ट यूजीसी के उपाध्यक्ष प्रो। भूषण पटव‌र्द्धन ने कहा कि मेडिसिन के क्षेत्र में तमाम विदेशी वैज्ञानिकों को मेडल मिल रहे हैं। हम बस यही दावा करते रह जाते हैं कि ऐसा ज्ञान हमारे शास्त्रों में वर्णित है। अब हमें इससे आगे बढ़ना होगा। शास्त्रों के हिसाब से विज्ञान में जो जानकारी या विषय नहीं हैं, उसे सामने लाएं।

Posted By: Inextlive