-विश्वनाथ कॉरिडोर को शूलटंकेश्वर, मां शीतला और विंध्यवासिनी धाम से जोड़ने की योजना

धर्म नगरी वाराणसी में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए दिन-ब-दिन बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के मद्देनजर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग ने एक अच्छी पहल की है। इसमें श्री काशी विश्वनाथ के साथ शूलटंकेश्वर, माता शीतला और मां विंध्यवासिनी तीनों के दर्शन टूरिस्ट पैकेज तैयार किया है। इस योजना के तहत गंगा नदी के जरिए काशी विश्वनाथ कारिडोर को विंध्यवासिनी धाम से जोड़ा जाएगा। रो-रो क्रूज पर सवार होकर पर्यटक जल मार्ग से सबसे पहले बाबा विश्वनाथ का दर्शन करेंगे। इसके बाद शूलटंकेश्वर महादेव, मां श्ीातला और मां विंध्यवासिनी के दर्शन करेंगे।

आपस में कनेक्ट होगा कॉरिडोर

पीएम मोदी और सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट को पर्यटन विभाग अब जलमार्ग से जोड़ने जा रहा है। काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर और मिर्जापुर में विंध्य कॉरिडोर बनेगा। बनारस आने वाले श्रद्धालुओं इस योजना के तहत बाबा काशी के साथ विंध्यवासिनी समेत तीन मंदिर के दर्शन कर सकेंगे।

आठ घंटे सैर कराएगा क्रूज

गंगा की लहरों पर अब रो-रो बोट (रोल-आन-रोल-आफ पैसेंजर शिप) सैम माणिक शाह क्रूज पर्यटकों को काशी से मिर्जापुर तक की सैर कराएगा। साथ ही शूलटंकेश्वर मंदिर में भी दर्शन कराएगा। 5 सितम्बर से शुरू होने वाली क्रूज वाराणसी के रविदास घाट से सुबह 9 बजे चलेगा और करीब डेढ़ घंटे में प्राचीन शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर पहुंच जाएगा। जहां प्राचीन और धाíमक मान्यता वाले गंगा किनारे स्थापित शूलटंकेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन कराएगा। यहां से करीब 3 से 4 घंटे में मिर्जापुर जिले पहुंचकर वहां के ऐतिहासिक चुनार के किले का भ्रमण कराएगा। आठ घंटे की यात्रा सुबह 9 बजे रविदास घाट से शुरू होगी। शाम छह बजे तक क्रूज पर्यटकों को लेकर वापस काशी पहुंच जाएगा।

जल्द शुरू होगी सेवा

विश्वनाथ धाम का काम अपने अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि दीपावली तक कम्प्लीट हो जाएगा। वहीं विंध्य कॉरिडोर का निर्माण भी शुरू हो चुका है। इन दोनों कॉरिडोर के बन जाने से श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा फायदा होगा। अधिक से अधिक संख्या में कॉरिडोर में एक साथ श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे और दर्शनाíथयों का समय बचेगा।

पर्यटन विभाग को होगी आय

विश्वनाथ धाम को विंध्यवासिनी कारिडोर से जोड़ने की योजना से पर्यटन विभाग को बड़ा फायदा होगा। काशी में आने वाले दर्शनाíथयों व सैलानियों को जलमार्ग का यह प्लान काफी पसंद आएगा। इससे कोरोना के कारण घाटे में चल रहे पर्यटन विभाग की आय में वृद्धि होगी। साथ ही काशी का पर्यटन कारोबार भी पटरी पर आ सकेगा।

प्रति व्यक्ति 3000 रुपये होगा टिकट

अलकनन्दा क्रूज लाइन के डायरेक्टर विकास मालवीय ने बताया क्रूज में मनोरंजन और बनारसी खान पान का पूरा इंतजाम अलकनंदा की ओर से रहेगा। सुबह नाश्ते से लेकर दोपहर का खाना और शाम का नाश्ता भी रहेगा। लाइव म्यूजिक का आनंद लेते हुए आप 140 किलोमीटर की गंगा यात्रा में धाíमक दर्शन भी होगा, वही पर्यटक भारत की समृद्ध विरासत वाली ऐतिहासिक किला भी देखेंगे। यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति 3000 रुपये देना होगा। 10 लोगों का टिकट एक साथ लेने पर दो का टिकट मुफ्त होगा।

पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर को जल मार्ग से जोड़ा जाएगा। रो-रो क्रूज और अलखनंदा क्रूज के जरिए बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के बाद गंगा के रास्ते विंध्यवासिनी धाम तक ले जाया जाएगा।

-कीíतमान श्रीवास्तव, पर्यटन अधिकारी

Posted By: Inextlive