उत्तराखंड में चमोली जिले में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी सोमवार एक जून को पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अभी भी फूलों की घाटी में पर्यटकों की आवाजाही को लेकर प्रतिबंध लगा हुआ है।

देहरादून (उत्तराखंड) (एएनआई)उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले में विश्व धरोहर फूलों की घाटी सोमवार को खोली गई। हालांकि चमोली के जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि कोरोना वायरस संकट व लॉकडाउन के बीच पर्यटकों की आवाजाही फिलहाल प्रतिबंधित रहेगी। उन्होंने कहा आम जनमानस के लिए यह घाटी कब खोली जाएगी अभी यह कंफर्म नही है। इस दिशा में सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार ही यह तय किया जाएगा कि पर्यटकों के लिए ए फूलों की घाटी कब खोली जाए।

500 से अधिक पौधों की प्रजातियां हैं इस घाटी में


यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल, फूलों की घाटी, 500 से अधिक पौधों की प्रजातियों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। फूलों की घाटी गढ़वाल हिमालय में, नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान के बगल में स्थित है, और अपनी शांत प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। करीब 87.5 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली फूलों की घाटी में जैव विविधता का अनुपम खजाना है। यह हर साल जून से अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है। हालांकि इस बार यहां कोरोना वायरस महामारी की वजह से पर्यटकों के बहुत कम आने की संभावना है।

Posted By: Shweta Mishra