यूकेएसएसएससी पेपरलीक मामले में एक बार फिर जांच सचिवालय का रुख कर गई और न्याय विभाग में कार्यरत एक और अपर निजी सचिव को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही पेपर लीक मामले में अब तक गिरफ्तार किये जा चुके आरोपियों की संख्या 16 हो गई है। इससे पहले भी एक और सहायक निजी सचिव को एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है। इसके साथ ही अब लीक पेपर से परीक्षा पास करने वालों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है।

देहरादून ब्यूरो। पेपरलीक मामले के तार एक बार फिर ऊधमसिंह नगर जिले से जुड़े। गिरफ्तार किया गया सहायक निजी सचिव सचिवालय के न्याय विभाग में कार्यरत सहायक निजी सचिव सूर्य प्रताप सिंह पुत्र संजय सिंह राणा जसपुर, ऊधमसिंह नगर का रहने वाला है। एसटीएफ के अनुसार गहन पूछताछ के बाद और पुख्ता सबूत के आधार पर मुख्य आरोपी मनोज जोशी (कोर्ट कर्मचारी), गिरफ्तार आरोपी निजी सचिव गौरव चौहान और तुषार चौहान के माध्यम से दो अन्य अभ्यर्थियों को पेपर लीक कराने की बात विवेचना में पुष्टि हुई।

18-18 लाख में सौदा
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार आरोपी सूर्य प्रताप सिंह ने 18-18 लाख रुपये में दो कैंडीडेट्स से सौदा तय किया था। उनसे तीन-तीन लाख रुपये परीक्षा से पहले और बाकी 15-15 लाख परीक्षा के बाद देने की बात तय हुई थी। यह लेन-देन आरोपी के जसपुर स्थित आवास पर हुआ था। यह गिरफ्तारी पूछताछ और उपलब्ध इलेक्ट्रॉनिक व अन्य साक्ष्यों के आधार पर की गई है।

कैंडीडेट्स रडार पर
समझा जाता है कि अब इस मामले में लीक पेपर खरीदकर परीक्षा देने वाले कैंडीडेट्स भी एसटीएफ की रडार पर है्। एसटीएफ पहले ही यह ऐसे कैंडीडेट्स से अपील कर चुकी है कि वे खुद आकर अपना बयान दर्ज करें। यदि ऐसे कैंडीडेट्स सामने आते हैं तो उनसे पूछताछ में यह भी पता चल जाएगा कि उन्हें पेपर किस सोर्स से मिले और इसके लिए उन्होंने कितनी रकम दी। ऐसे में कई अन्य आरापियों की गिरफ्तारी भी संभव है। डीजीपी पहले की साफ कर चुके हैं कि इस मामले में 100 से ज्यादा लोग राडार पर हैं। इनमें 50 ऐसे कैंडीडेट्स की पहचान हुई है, जिन्होंने नकल करके परीक्षा पास की है। इन स्टूडेंट्स की संख्या में बढ़ोत्तरी होने की पूरी संभावना है।

20 दिन की जांच में कई खुलासे
दिसंबर 2021 में विभिन्न पदों के लिए येकेएसएसएससी द्वारा ली गई परीक्षा में पेपर लीक होने का मामला थाना रायपुर में दर्ज किया गया था। बाद में यह मामला एसटीएफ को सौंप दिया। एसटीएफ ने 24 जुलाई को इस मामले में गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू किया था। पहले दिन 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद लगातार गिरफ्तारियां होती रही। कुमाऊं क्षेत्र में दो दिन तक ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद एसटीएफ दर्जनभर लोगों को पूछताछ के लिए देहरादून लाई थी। पूछताछ में मिले सबूतों के बाद इन लोगों को गिरफ्तार किया गया। फ्राइडे को सचिवालय में कार्यरत सहायक निजी सचिव की गिरफ्तारी के बाद अब गिरफ्तार किये गये आरोपियों की संख्या 16 हो चुकी है।

Posted By: Inextlive