बेरोजगारों को नौकारी देने के लिए दून सेवायोजन विभाग की ओर से पिछले 11 साल में 51 रोजगार मेले लगाए गए जिनमें सिर्फ 18 परसेंट आवेदकों को ही जॉब मिल पाई। 2011 में रोजगार मेलों की शुरुआत हुई थी। इस दौरान अब तक 3463 युवाओं को ही रोजगार मिला। आलम यह है कि दून सेवायोजन कार्यालय में अब रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 92 हजार से ज्यादा है।

देहरादून (ब्यूरो)। दून में दो साल ऐसे भी रहे जब सेवायोजन विभाग एक भी रोजगार मेला आयोजित नहीं करवा पाया। 2014 और 2016 में एक भी मेला नहीं लगा, ऐसे में किसी भी रजिस्टर्ड बेरोजगार को रोजगार मेले का लाभ नहीं मिला। अब तक के रिकॉर्ड के मुताबिक 2020 में 5159 बेरोजगारों को रोजगार मेले के जरिये जॉब मिली। ये सालभर में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।

2013 में एक मेला, किसी को जॉब नहीं
2013 में क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय की ओर से केवल 1 ही मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में 59 प्रतिभागियों ने भाग लिया। लेकिन, जॉब किसी को नहीं मिली। 2011 और 2012 के मेलों में भी काफी कम एप्लीकेंट्स रहे। सबसे ज्यादा मेले 2015 में लगाए गए, जिनकी संख्या 15 थी और 477 बेरोजगारों को जॉब मिली।

24 मई को लगेगा रोजगार मेला
दून में 24 मई को रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी के अनुसार इस मेले में इस बार 30 से ज्यादा कंपनियों के आने की उम्मीद है। 500 वैकेंसी है, इनके लिए 2500 तक एप्लीकेंट्स पहुंचने की उम्मीद है।

बेराजगारों को रोजगार दिलाने को लेकर मेले का आयोजन किया जाता है। बजट की कमी के कारण बड़े मेलों का आयोजन नहीं किया गया। इस बार 30 कंपनियां रोजगार मेले में प्रतिभाग कर रही हैं। उम्मीद है इस बार अधिक रोजगार मिलने की उम्मीद है।
- अजय सिंह, क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी, देहरादून

Posted By: Inextlive