एसटीएफ की ओर से राज्यभर में ईनाम फरार अपराधियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत 25 हजार के ईनामी गैंगस्टर को गिरफ्तार किया गया है। थर्सडे शाम उसे ऊधमसिंह नगर जिले के सितारगंज में दबोच लिया गया। एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने यह जानकारी दी।

देहरादून (ब्यूरो)। एसएसपी के अनुसा गिरफ्तार इनामी अपराधी असीम खान थाना दिनेशपुर से गैंगस्टर के मुकदमे में वांछित चल रहा था। उस पर 25 हजार रुपये का इनाम था। असीम खां ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर कई जिलों में चोरी की वारदातें की थी। उसके साथ ही उसके चारों साथियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज था। एसटीएफ की टीम को थर्सडे को सूचना मिली कि असीम सितारगंज के बस स्टेशन पर है, तो एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस को साथ लेकर ज्वाइंट ऑपरेशन कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

एक महीने में 5 शातिर दबोचे
एसटीएफ उत्तराखंड के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ लगातार इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी व धरपकड़ कर रही है। थर्सडे को कुमाऊं टीम को शातिर इनामी के सितारगंज में छिपे होने की सूचना मिली थी। टीम ने उसे दबोच लिया। उन्होंने बताया कि पिछले 30 दिनों में एसटीएफ 5 ईनामी अपराधियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें कुछ की गिरफ्तारी राज्य के बाहर से भी की गई।

साइबर ठगी के 1.14 लाख रिकवर
एसटीएफ के तहत काम करने वाली साइबर क्राइम पुलिस देहरादून ने फ्राइडे को साइबर ठगी के शिकार हुए 2 लोगों के लगभग 1 लाख 14 हजार 500 सौ रुपये रिकवर करवाये।
प्रेमा मेहरा ने साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की थी कि किसी ने उनके खाते से एक लाख रुपये की ठगी कर दी है। साइबर क्राइम पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करके उनकी पूरी अमाउंट रिकवर करवा दी। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर निवासी प्रेमा सेक्सेना ने 14,500 रुपये की साइबर ठगी ठगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। उनकी पूरी राशि भी रिकवर करवा दी गई।

एसटीएफ ने की अपील
एसटीएफ ने आम लोगों ने अपील की है कि किसी भी तरह की साइबर ठगी होने पर साइबर वित्तीय हेल्पलाइन 1930 पर तत्काल सूचना दर्ज करवायें। सूचना देरी से मिलने की स्थिति में साइबर अपराधियों द्वारा अमाउंट निकाल लिये जाने की संभावना बढ़ जाती है और अमाउंट रिकवर नहीं हो पाती।

Posted By: Inextlive