जंगली जानवरों के रेस्क्यू को सालभर जूझती रही फॉरेस्ट टीम
- रेस्क्यू की जाने वाली वाइल्ड लाइफ में सांप ज्यादा
- बंदर, बिज्जू व मॉनिटर लिजर्ड ने भी खूब छकाया देहरादून, वन विभाग को बीते वर्ष जंगली जानवरों ने खूब छकाया। आबादी एरिया में सांपों ने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की रेस्क्यू टीम को खूब परेशान किया। सांप ही नहीं बिज्जू, मॉनिटर लिजर्ड और बंदर भी आतंक का कारण बने रहे। स्नेक रेस्क्यू के मामले में फॉरेस्ट टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी, दून से लेकर मुनी की रेती तक से स्नेक रेस्क्यू के लिए सालभर फॉरेस्ट की टीमें दौड़ती रहीं। इनमें किंग कोबरा के अलावा स्पेक्टेकल्ड कोबरा, पायथन रेस्क्यू कर जंगल में छोड़े गए। सांप सबसे ज्यादा रेस्क्यूफॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने वाइल्ड एनिमल रेस्क्यू के लिए टीम का गठन किया है। जिसमें कई कार्मिकों को ट्रेंड किया गया है। इसके लिए रेस्क्यू वैन भी मुस्तैद की गई है। इस वर्ष फॉरेस्ट की रेस्क्यू टीम ने 206 सांप रेस्क्यू किए गए। दिसंबर के महीने भी दून में सांप रेस्क्यू किए गए। कई मौके ऐसे भी आए जब रेस्क्यू टीम ने एक दिन में ही दर्जनभर से ज्यादा सांप रेस्क्यू कर जंगल में छोड़े।
इन दिनों बिज्जू का आतंकइन दिनों बिज्जू ने शहर में आतंक मचा रखा है। रिहायशी इलाकों में दिखाई देने के कारण फॉरेस्ट डिपार्टमेंट द्वारा बिज्जू पकड़ने के लिए शहर में पिंजरे लगाए गए हैं। इस वर्ष रेस्क्यू टीम द्वारा रिहायशी इलाके में 38 बिज्जू रेस्क्यू किए।
ये वाइल्ड एनिमल किए रेस्क्यू स्नेक- 206 बिज्जू - 38 बार्किंग डियर - 22 वाइल्ड बोअर - 4 लेपर्ड - 4 बंदर - 64 लंगूर - 26 मॉनिटर लिजर्ड - 29 मैंगूज - 6 पक्षियां - 29 उल्लू -19 हाथी -2 सांभर- 1.