वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण सैटरडे सुबह राज्यभर में शुरू हुई बारिश का सिलसिला संडे को भी पूरे दिन जारी रहा। इस दौरान कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण राज्यभर में 6 लोगों की मौत होने की सूचना है। 3 लोगों की मौत पौड़ी के लैंसडौन में 2 की मौत चंपावत में और एक की मौत रुद्रप्रयाग में हुई। चारधाम यात्रा दूसरे दिन भी बंद रही और करीब 11 हजार तीर्थयात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर रोके रखा गया।

देहरादून (ब्यूरो)। दो दिन की बारिश में राज्य में कुल 6 लोगों की मौत हुई है। मंडे को पौड़ी जिले के लैंसडौन में एक निर्माणाधीन मकान में मजदूरी करने वाले परिवारों की झोपड़ी मलबे की चपेट में आ गई। इस घटना में एक बच्ची और दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो की अस्पताल में भर्ती हैं। उधर चंपावत जिले में मलबे की चपेट में आकर एक महिला और उसके 27 वर्षीय बेटे की मौत हुई है। इससे पहले संडे को रुद्रप्रयाग में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से एक तीर्थयात्री की मौत हो गई थी।

बदरीनाथ, केदारनाथ हाईवे बाधित
बारिश के चलते चारधाम यात्रा मार्ग पूरे दिन बाधित रहे। बदरीनाथ हाईवे धाम से करीब दो किलोमीटर पहले और पागलनाला के पास दोपहर बाद से अवरुद्ध है। केदारनाथ हाईवे रुद्रप्रयाग के निकट सिरोबगड़ में लैंड स्लाइडिंग के कारण बाधित हो रखा है। गंगोत्री हाईवे नगुण बैंड में दो घंटे और यमुनोत्री हाईवे तीन स्थानों पर पांच घंटे बाधित रहा।

जगह-जगह रुके यात्री
करीब साढ़े तीन हजार श्रद्धालु बदरीनाथ धाम में ठहरे हुए हैं। केदारनाथ पहुंचे 16 हजार श्रद्धालुओं में से करीब 14 हजार की वापसी हो गई है। 2 हजार अभी धाम में रुके हुए हैं। यमुनोत्री व गंगोत्री धाम के पड़ावों पर करीब साढ़े चार सौ श्रद्धालु आगे की यात्रा के लिए मौसम खुलने का इंतजार कर रहे हैं।

सफर में जोखिम बढ़ा
पर्वतीय क्षेत्रों में सफर जोखिम भरा हो गया है। सोमवार को कुछ इलाकों में भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिरने की घटनाएं हुईं। केदारनाथ हाईवे पर फाटा में पहाड़ी से गिरा बोल्डर सड़क किनारे खड़े वाहन पर आ गिरा। वाहन में उस वक्त कोई सवार नहीं था। इसी तरह बदरीनाथ हाईवे पर नरकोटा के पास पहाड़ी से आया मलबा सड़क किनारे खड़े वाहन पर गिर गया।

सीएम जुटाते रहे जानकारी
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित राज्य डिजास्टर कंट्रोल रूम से बारिश से उपजे हालात की जानकारी ली। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्र्गों और संपर्क मार्गों की जानकारी भी ली। वे लगातार सभी डीएम से अपडेट लेते रहे। रुद्रप्रयाग के डीएम मनुज गोयल ने जानकारी दी कि केदारनाथ धाम में संडे तक छह हजार श्रद्धालु थे, इनमें से 4 हजार वापस आ गये हैं। अन्य दो हजार सुरक्षित स्थानों पर हैं। सीएम ने अधिकारियों को बंद हाईवे पर जल्द आवागमन शुरू करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

आज पहाड़ों में हल्की बारिश
मौसम विभाग ने अब ट््यूजडे के लिए पहले से जारी रेड अलर्ट अब वापस ले लिया है। ट्यूजडे को पिथौरागढ़, नैनीताल, चंपावत और पौड़ी जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। राज्य में कुछ जगहों पर गर्जन के साथ बौछारें पड़ने और ऊंची पहाड़ियों पर हल्की बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है।

दून हल्की बारिश में निपटा
इस बार के रेड अलर्ट में दून हल्की बारिश में ही निपट गया। करीब 36 घंटे की बारिश के दौरान कुल 38 मिमी बारिश दर्ज की गई। हालांकि राज्य में कई जगहों में भारी बारिश दर्ज की गई। चम्पावत, बागेश्वर, नैनीताल, पिथौरागढ़, पौड़ी और ऊधमसिंह नगर जिलों में कई जगहों पर 100 से 200 मिमी तक बारिश हुई। अल्मोड़ा, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में 50 से 100 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। अन्य जिलों में सामान्य बारिश हुई।

आज दून में धूप
दो दिन रिमझिम बारिश के बाद दून में ट्यूजडे को धूप निकलने के उम्मीद है। हालांकि बादलों की आवाजाही बनी रह सकती है। बारिश के कारण दून में टेंपरेचर में भारी गिरावट दर्ज की गई। मंडे को सिटी के मिनिमम और मैक्सिमम टेंपरेचर में मात्र 1 डिग्री सेल्सियस का फर्क रहा। मैक्सिमम टेंपरेचर नॉर्मल से 8 डिग्री सेल्सियस कम 20.4 डिग्री सेल्सियस ओर मिनिमम टेंपरेचर नॉर्मल से 5 डिग्री ज्यादा 19.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

Posted By: Inextlive