DEHRADUN: देश के पहले कंजर्वेशन रिजर्व और रामसर साइट में शुमार आसन वेटलैंड में तीन दिवसीय 7वें बर्ड फेस्टिवल का आगाज होना प्रस्तावित है. इ

- आसन वेटलैंड में 12 से 14 फरवरी तक प्रस्तावित है 7वां स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल

- फेस्टिवल में सीमित रहेंगी बर्ड लवर्स की संख्या, छोटे होंगे बर्ड वाचर्स गु्रप

>DEHRADUN: देश के पहले कंजर्वेशन रिजर्व और रामसर साइट में शुमार आसन वेटलैंड में तीन दिवसीय 7वें बर्ड फेस्टिवल का आगाज होना प्रस्तावित है। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। वन विभाग की इको टूरिज्म विंग की ओर से आयोजन होगा। हालांकि कोरोना व बर्ड फ्लू के कारण बर्ड वाचर्स की संख्या सीमित रखने का भी फैसला लिया गया है। वन विभाग की ओर से वर्ष 2015 से हर साल राज्य में स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत अबकी बार फेस्टिवल आसन वेटलैंड (विकासनगर) में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। बर्ड फेस्टिवल को लेकर शनिवार को प्रमुख मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी की मौजूदगी में ईको टूरिज्म विंग की बैठक हुई। मुख्य वन संरक्षक ईको टूरिज्म बीके गांगटे ने बताया कि फरवरी में होने वाले इस फेस्टिवल की तिथि प्रस्तावित कर दी गई है। हालांकि फरवरी फ‌र्स्ट में बैठक कर कोरोना और बर्ड फ्लू की स्थिति का आकलन किया जाएगा। बताया कि फेस्टिवल के दौरान आसन वेटलैंड में नाइट स्टे नहीं होगा। इस दौरान फेस्टिवल के दौरान पक्षियों की चेकलिस्ट, कैलेंडर आदि का विमोचन भी होगा।

पक्षियों की गणना पर भी संशय

गत वर्षो में 20 से 25 जनवरी के बीच आसन में प्रवासी पक्षियों की गणना की जाती रही है। लेकिन अब तक इस पर स्थिति साफ नहीं हो पाई है। हालांकि शनिवार को प्रमुख मुख्य वन संरक्षक आसन पहुंचे। जहां उन्होंने बर्ड फ्लू को लेकर आसन का निरीक्षण भी किया। लेकिन स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आसन में बर्ड फ्लू की गणना कब तक होगी। गणना के दौरान ये पता चल पाता है कि आसन में कौन नया मेहमान आया है और कौन नहीं। डीएफओ चकराता एनएम त्रिपाठी ने बताया कुछ दिन बाद ही पक्षियों की गणना संभव है।

आसन वेटलैंड में पहुंचते हैं ये परिंदे

रुडी शेलडक यानि सुर्खाब, लिटिल ग्रेब, ग्रेट क्त्रेस्टेड ग्रेब, ग्रेट कारमोरेंट, लिटिल कारमोरेंट, इंडियन सैग, व्हाइट बिल्ड हेरोन, मीडियन इग्रेट, येलो बिटर्न, ब्लैक बिटर्न, पेंटेड स्ट्रोक, एशियन ओपन बिल, ब्लैक स्ट्रोक, ब्राह्मणी रुडी शेलडक, कामन शेलडक, मलार्ड, नार्थन पिनटेल, कामन टील, स्पाट बिल डक, कामन पोचार्ड, टफ्ड पोचार्ड, यूरेशियन विजन, गैडवाल, नार्दन शावलर, रेड क्त्रेस्टेड पोचार्ड, वूली नेक्टड, ब्लैक आइबीज नया नाम रेड कैप्ट आइबीज, प्लास फिश ईगल, ग्रे लेग गूज, गैडवाल, इरोशियन विजन, टफ्ड डक, पर्पल स्वेप हेन, कामन मोरहेन, कामन कूट, ब्लैक विंग्ड स्किल्ड, रीवर लोपविंग, ब्लैक हेडेड गल, इरोशियन मार्क हेरियर, लिटिल ग्रेबी, डारटर, लिटिल कोरमोरेंट, लिटिल इ ग्रेट, ग्रे हेरोन, पर्पल हेरोन, कामन किंगफिशर, व्हाइट थ्रोटेड किंगफिशर, पाइज्ड किंगफिशर आदि पहुंचते हैं।

वर्षवार आए परिंदों की संख्या

-2015 में 48 प्रजातियों के 5796 परिंदे

-2016 में 84 प्रजातियों के 5635 परिंदे

-2017 में 60 प्रजातियों के 4569 परिंदे

-2018 में 61 प्रजातियों के 6008 परिंदे

-2019 में 79 प्रजातियों के 6170 परिंदे

-2020 में 50 प्रजातियों के 4466 परिंदे

कंट्राेल रूम सूना

बर्ड फ्लू की दस्तक के बीच अब मृत पाए जाने वाले पक्षियों के लिए तैयार किए गए चीफ वेटनरी ऑफिस में कंट्रोल रूम 0135-2712572 में फोन कॉल्स की संख्या सिमट गई है। कंट्रोल रूम में महिला कर्मी ने बताया कि शनिवार दोपहर तक किसी भी पक्षी के मृत पाए जाने की सूचना प्राप्त नहीं हुई।

रेस्क्यू टीम की दौड़ जारी

बर्ड फ्लू को लेकर भले ही पशुपालन के कंट्रोल रूम में कम सूचनाएं प्राप्त हो रही हों। लेकिन वन विभाग के रेस्क्यू टीम को खूब फेक कॉल्स का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि एक दिन में 30-40 फोन कॉल्स उन्हें रिसीव करनी पड़ रही हैं। कहीं भी किसी कौवे के पेड़ में बैठने या धूप सेकने पर भी लोग फोन घुमा दे रहे हैं। यहां तक कि रेस्क्यू टीम से इलाकों में सेनेटाइजेशन तक की लोग डिमांड कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive