सीबीएसई के 40 से ज्यादा सब्जेक्ट्स का 'दी एंड'
आई एक्सक्लूसिव
- एकेडमिक और वोकेशनल कोर्सेज को किया बंद - इंटरमीडिएट लेवल पर पढ़ाए जाते थे सभी सब्जेक्ट्स - स्टूडेंट्स के रुझान में कमी को देखते हुए सब्जेक्ट्स किए खत्म ravi.priya@inext.co.in DEHRADUN: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने इंटरमीडिएट के ब्0 से ज्यादा सब्जेक्ट्स को कोर्स से आउट कर दिया है। नेक्स्ट सेशन से क्ख्वीं के स्टूडेंट्स के लिए यह सब्जेक्ट्स कोर्स में शामिल नहीं होंगे। बोर्ड ने सब्जेक्ट्स में स्टूडेंट्स के कम रुझान को देखते हुए यह निर्णय लिया है। फ्ब् वोकेशनल सब्जेक्ट्स शामिलसीबीएसई ने 7 एकेडमिक इलेक्टिव और फ्ब् वोकेशनल सब्जेक्ट्स को खत्म करते हुए देशभर के स्कूलों को भी इन सब्जेक्ट्स के लिए स्टूडेंट्स को एनरोल न करने का आदेश दिया है। बोर्ड का कहना है कि बीते कुछ सालों में इन तमाम सब्जेक्ट्स को लेकर स्टूडेंट्स को इंट्रेस्ट लगातार घटा है, जिस कारण इन स्ब्जेक्ट्स में एनरोलमेंट न के बराबर रह गया है। ऐसे में क्ख्वीं कोर्स में इन सब्जेक्ट्स को बनाए रखना किसी लिहाज से सही नहीं है। इसी को देखते हुए बोर्ड ने इन कोर्सेज को खत्म कर दिया है। नेक्स्ट सेशन से इन सब्जेक्ट्स को स्टूडेंट्स अडॉप्ट नहीं कर सकेंगे।
क्क् के बाद बनी रहेगी कन्टीन्यूटीबोर्ड के मुताबिक जिन स्टूडेंट्स ने क्क्वीं में इस बार इन तमाम सब्जेक्ट्स का चुनाव किया हुआ है। उनके लिए क्ख्वीं में यह सब्जेक्ट्स कन्टीन्यू रखे जाएंगे। उसी हिसाब से वे स्टूडेंट्स क्ख्वीं में भी इन सब्जेक्ट्स को पढ़ेंगे और एग्जाम में भी शामिल होंगे। लेकिन सेशन ख्0क्7-क्8 में नया एनरोलमेंट इन सब्जेक्ट्स के लिए नहीं किया जाएगा। इसे लेकर सीबीएसई के ज्वाइंट सेक्रेटरी मनोज श्रीवास्तव ने स्कूलों को सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
रुझान से ज्यादा आ रहा था खर्च सीबीएसई हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में तकरीबन भ्0 वोकेशनल कोर्सेज में स्टूडेंट्स को शिक्षा प्रदान करता है। बोर्ड का मकसद स्टूडेंट्स को प्रोफेश्नल कोर्सेज के जरिए रोजगार परक शिक्षा प्रदान करना था। लेकिन बीते कुछ वक्त में लगातार कोर्सेज में एनरोलमेंट गिरने के चलते इन सबजेक्ट्स के पेपर कराने में बोर्ड का खर्चा ज्यादा आ रहा था। इसी को देखते हुए बोर्ड ने इन सब्जेक्ट्स को कोर्स से बाहर करने का फैसला किया है। ये विषय किए बाहर एकेडमिक इलेक्टिव सब्जेक्ट्स फिलॉस्फी क्रिएटिव राइटिंग एंड ट्रांसलेशन स्टडीज हेरीटेज क्राफ्ट ग्राफिक डिजाइन ह्यूमन राइट्स एंड जेंडर स्टडीज थिएटर स्टडीज लाइब्रेरी एंड इन्फॉरमेशन साइंस -------------------- वोकेशनल सब्जेक्ट्स पोल्ट्री न्यूट्रेशन एंड फिजियोलॉजी पोल्ट्री डिजीज एंड देयर कंट्रोल पोल्ट्री प्रोडक्ट एंड टेक्नोलॉजी फाउंडरी टेक्निलॉजीमैनेजमेंट ऑफ डेयरी एनीमल्स
डेयरी प्रोडक्ट टेक्निोलॉजी नेल टेक्निोलॉजी एंड रीटेल आर्ट एंड साइंस मेकअप एंड रीटेल एलीमेंट्री स्ट्रक्चरल मैकेनिक्स ऑफिस कम्युनिकेशन एसी रेफ्रिजरेटर ऑप्टिक ऑप्थैल्मिक टेक्नोलॉजी लैब मेडिसन क्लीनिकल बायोकेमिस्ट्री माइक्रोबायोलॉजी रेडिएशन फिजिक्स रेडियोलॉजी क् रेडियालॉजी ख् हेल्थ एजुकेशन, कम्युनिकेशन फर्स्ट एड एंड इमरजेंसी मेडिकल केयर चाइल्ड हेल्थ नर्सिग मिडवाइफ्री हेल्थ सेंटर मैनेजमेंट इंटीग्रेटिड ट्रांसपोर्ट ऑप्रेशन बेकरी कन्फेक्शनरी म्यूजिक एस्थेटिक्स म्यूजिक प्रोडक्शन ------ बोर्ड ने पिछले कुछ वक्त से इन सब्जेक्ट्स को लेकर स्टूडेंट्स का रुझान कम पाया है। इसी को देखते हुए इन सब्जेक्ट्स को कोर्स से बाहर करने का फैसला लिया गया है। इस साल क्ख्वीं में आने वाले स्टूडेंट्स कन्टीन्यूटी के साथ इन सब्जेक्ट्स को पढ़ सकेंगे। लेकिन नेक्स्ट सेशन में नए एनरोलमेंट नहीं किए जाएंगे। ---- रणवीर सिंह, रीजनल ऑफिसर, सीबीएसई देहरादून