-कीटनाशक छिड़काव में लापरवाही बरतने पर एमएनए ने दिये निर्देश

-वार्ड के निवासियों एवं पार्षद से रजिस्टर में हस्ताक्षर करना होगा

HARIDWAR (JNN) : अब नालियों में कीटनाशक का छिड़काव करने वाले कर्मचारियों की मौज-मस्ती एवं मनमानी नहीं चलेगी। इन कर्मचारियों को छिड़काव करने के बाद संबंधित वार्ड के निवासियों एवं पार्षद से रजिस्टर में सिग्नेचर करना होगा। साथ ही मोबाइल नंबर भी रजिस्टर में लिखवाना होगा। इस संबंध में मुख्य नगर अधिकारी ने निर्देश जारी किए हैं।

छिड़काव न कराने पर जताया रोष

नगर निगम में तीस वार्ड हैं। इनमें से साफ-सफाई की जिम्मेदारी तेरह वार्ड के आरएल कंपनी की है, जबकि बाकी बचे सत्रह वार्ड में नगर निगम कर्मचारी साफ-सफाई की व्यवस्था संभालते हैं। इन वार्डों में गंदगी के कारण मक्खी-मच्छरों का प्रकोप होने से बीमारी का खतरा क्षेत्रवासियों को सता रहा है। क्षेत्रवासियों ने फॉ¨गग व कीटनाशकों का छिड़काव न कराए जाने पर रोष जताया था। मच्छरों के कारण डेंगू समेत अन्य बीमारियों के होने की आशंका बनी रहती है। इस पर नगर निगम प्रबंधन ने कर्मचारियों को कीटनाशकों का छिड़काव कराने के लिए भेजा था, लेकिन कई जगह कीटनाशकों का छिड़काव नहीं होने की बात सामने आई थी।

कीटनाशकों का छिड़काव होगा

इसकी शिकायत नगर निगम मुख्य नगर अधिकारी विप्रा त्रिवेदी को मिली थी, जिस पर एमएमनए ने सफाई कर्मचारियों को निर्देश जारी किए हैं। एमएमनए ने निर्देशित किया है कि जिस भी वार्ड की गली में कीटनाशकों का छिड़काव होगा, वहां के लोगों से रजिस्टर में हस्ताक्षर कराए जाएंगे। साथ ही लोगों के मोबाइल नंबर व लैंडलाइन नंबर भी लिखे जाएंगे। इन फोन नंबरों पर संपर्क कर छिड़काव के बारे में लोगों से पूछा जा सकेगा।

किन क्षेत्रों में छिड़काव हुआ

एमएमनए ने सफाई नायकों को रजिस्टर में स्थानीय लोगों के हस्ताक्षर न कराने पर विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी है। एमएमनए ने बताया कि कई बार लोग छिड़काव न होने की शिकायत करते हैं, जबकि कर्मचारी छिड़काव होने की बात करते हैं। इसलिए नई व्यवस्था के तहत कर्मचारियों व सफाई नायकों को रजिस्टर में वार्ड, गली व मोहल्ले के लोगों के नाम लिखने के साथ हस्ताक्षर कराने होंगे। इससे पता चल सकेगा कि किन क्षेत्रों में छिड़काव हुआ या नहीं।

Posted By: Inextlive