- निगम ने दिया छह माह का अल्टीमेटम

देहरादून, शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट से फैलने वाली बदबू आस-पास रह रही आबादी के लिए जहरीली बनती जा रही है। करीब पांच किमी तक यह बदबू फैल रही है। प्लांट की वजह से करीब 50 हजार आबादी प्रभावित हो रही है। प्लांट का शुरू से ही विरोध हो रहा है, सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर इस समस्या को लेकर विधानसभा सत्र में प्रश्न तक लगा चुके हैं, लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला। प्लाट से लगी आसन नदी भी पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है। पीने का पानी भी अब शुद्ध नहीं रहा है।

कूड़े का ढेर

शहर से जाने वाले कूड़े से प्लांट का डंपिंग यार्ड पूरी तरह से अटा हुआ है। कंपनी के सभी चेंबर ओवर फ्लो हैं। प्लांट के बैक साइड में कूड़े का पहाड़ बनता जा रहा है। नगर निगम की ओर से कई बार कंपनी को अल्टीमेटम दिया जा चुका है, लेकिन कंपनी में चल रही अव्यवस्थाएं ठीक नहीं हो पा रही हैं।

खाद बनाना बंद

इस प्लांट में खाद बनाने का काम पूरी तरह बंद हो चुका है। नगर आयुक्त से लेकर मेयर सुनील उनियाल गामा प्लांट का निरीक्षण कर डंप कूड़े की जल्द से जल्द खाद बनाने का आदेश दे चुके हैं। लेकिन, कंपनी की ओर से खाद बनाने में लापरवाही की जा रही है। जो खाद बनाई भी गयी है, उसको एक्सपोर्ट नहीं किया गया है। ऐसे में बनाई गयी खादी भी खराब होने लगी है।

फैल रही स्किन डिजीज

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जब प्लांट के आस-पास रह रहे लोगों से बात की गयी, तो उनका कहना है कि प्लांट की गंदी हवा और पानी के दूषित होने से स्किन डिजीज का खतरा बना हुआ है। जबसे प्लांट का निर्माण किया गया, तब से बदबू को रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए।

पानी में निकल रहे कीड़े

बरसात के मौसम में कूड़े से बहने वाला पानी नहर में आ जाता है, जिसकी वजह से पानी में कई बार कीड़े निकल रहे हैं। जिसकी चपेट में आने से जानवरों तक रोग हो चुका है। ऐसे में जानवरों की मरने की संभावना होने लगी है। इसके अलावा आसन नदी भी पूरी तरह दूषित हो चुकी है।

क्या कहती पब्लिक

प्लांट के बनने के बाद इलाके में मक्खी-मच्छर अधिक पैदा हो गये हैं। प्लांट की वजह से चर्मरोग फैलाने का खतरा बना हुआ है। जानवरों की मौत भी हो चुकी है।

परवेज, स्थानीय नागरिक

-----

कूड़े का ट्रीटमेंट ठीक ढंग से नहीं किया गया है। जिसकी वजह से आस पास बदबू फैल रही है। प्लांट का रख रखाव कर रही कंपनी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

दयानंद जोशी- निवर्तमान प्रधान

---------------

प्लांट के खिलाफ पहले से ही आंदोलन करते आए हैं। आगे भी आंदोलन जारी रहेगा। प्लांट की वजह से बड़ी आबादी प्रभावित हो रही है। सरकार को गंभीरता से लेना होगा।

आजाद अली, स्थानीय नागरिक

----------------

विधानसभा सत्र में भी प्रश्न लगा चुका हूं,लेकिन कोई हल नहीं निकला। पांच किमी तक की आबादी प्रभावित हो रही है। यह अत्यंत गंभीर विषय है।

सहदेव सिंह पुंडीर, विधायक, सहसपुर

Posted By: Inextlive