अगलाड़ नदी में मछली पकड़ मनाया मौण मेला
-ऐतिहासिक भींड का मौण मेला शांतिपूर्वक संपन्न हो गया
-छह हजार किलो से अधिक मछलियां पकड़े जाने का अनुमान MUSSOORIE: अगलाड़ नदी में संडे को जौनपुर का ऐतिहासिक भींड का मौण मेला शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। जिसमें अनुमानत: दस हजार लोगों द्वारा छ: हजार किलो से अधिक मछलियां पकड़े जाने का अनुमान है। पांतीदार सिलवाड़ पट्टी के ग्यारह गावों के लोग हजारों किलो टिमरू का पाउडर लेकर दोपहर से पहले ही मौणकोट पर पहुंच गये थे, ढोल दमाऊ की थाप पर जलदेवता की पूजा करने के बाद टिमरू पावडर का सभी को टीका किया गया फिर हजारों किलो टिमरू पावडर नदी में डाला गया। नौसिखिए मौणाई खाली हाथमछलियों को पकड़ने मौणाई कोई जाल, कुण्डियाला, फटियाड़ा से मछलियां पकड़ने लगे अधिकांश युवा हाथों से ही मछलियां पकड़ने नदी में उतरे। मोणकोट से यमुना नदी के मुहाने तक लगभग चार किमी के दायरे में लगभग दस हजार मौणाईयों ने मछलियां पकड़ी। जबकि कुछ नौसिखिए मौणाई खाली हाथ भी दिखाई दिए।
मछलियों का शिकार कियानदी से निकलने के बाद कुछ लोगों का नाराजगी भरे स्वरों में कहना था कि आशा के अनुरूप वह मछलियां नहीं पकड़ पाए हैं, क्योंकि ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ लोगों ने वनविभाग की मिली भगत से नदी में ब्लीचिंग पाउडर डालकर मौण से कुछ दिन पहले मछलियों का शिकार किया है, जबकि यमुना में पानी मैला होने व गाद आने से अगलाड़ में भारी मात्रा में यमुना की मछलियों के आने की पूरी संभावना रहती है। मौण मेला देखने के लिए मसूरी से सैकड़ों पर्यटक भी अगलाड़ नदी के तटों पर मस्ती करते रहे।