- पीएम शहरी आवास योजना के तहत सबसे बड़ा प्रोजेक्ट जल्दी होगा शुरू

- धौलास और उत्तरा प्रोजेक्ट के तहत बनेंगे 1100 से ज्यादा घर

- इससे ज्यादातर लोगों की घर के डिमांड हो जाएगी पूरी

देहरादून,

प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना को लागू करने में दून में कई तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं। इस योजना में किफायकी घर के लिए 18 सौ से ज्यादा लोगों ने अप्लाई किया है, लेकिन अब तक केवल 464 फ्लैट की बन पाये हैं। हालांकि जल्दी की इस योजना के तहत सबसे बड़े प्रोजेक्ट पर जल्द काम शुरू होने का दावा भी किया जा रहा है।

फोन नंबर बदलने से परेशानी

अन्य दिक्कतों के अलावा एक बड़ी दिक्कत फोन नंबर और एड्रेस बदलना भी है। पीएम आवास योजना का काम देख रहे अधिकारियों के अनुसार जिन लोगों ने अप्लाई किया है, उनमें से बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है, जिन्होंने एप्लीकेशन में जो फोन नंबर लिखा है, बाद में वह नंबर बदल गया। ऐसे में उन्हें जानकारी देना संभव नहीं हो पाता। इनमें से ज्यादातर लोग किराये ये घरों में रहते हैं, ऐसे में कइयों का तो एड्रेस भी बदल गया है। योजना से संबंधित दफ्तरों में हर रोज दर्जनों ऐसे शिकायत लेकर आते हैं। बाद में पता चलता है कि उनका पुराना नंबर बदल गया है।

ऐसी भी शिकायतें

अधिकारियों को कुछ ऐसी भी शिकायतें मिल रही हैं, जिनमें कहा गया है कि उन्होंने किफायती घर के लिए अप्लाई किया था। लॉटरी के वक्त उन्होंने फ्लैट के लिए हामी भरी थी, लेकिन बाद में पता चला कि उनकी आवेदन में फ्लैट लेने के इच्छुक न होना लिखा गया है। इस तरह की शिकायतों की जांच करवाई जा रही है।

अब तक सिर्फ 464 फ्लैट

प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत अब तक 19271 लोगों ने अप्लाई किया है। इनमें से 18 हजार 300 से ज्यादा लोगों ने किफायती आवास के लिए अप्लाई किया है। लेकिन, अब तक एमडीडीए सिर्फ 464 फ्लैट की बनाकर आवंटित कर पाया है। इनमें से 224 फ्लैट ट्रांसपोर्ट नगर में और 240 फ्लैट आमवाला तरला में हैं।

अब सबसे बड़ा प्रोजेक्ट

एमडीडीए के अधिकारियों के अनुसार इस योजना के तहत जल्द ही अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। धौलास में 240 और आईटी पार्क के पास 868 फ्लैट बनाने की योजना तैयार की गई है और इस पर जल्दी ही काम शुरू होने वाला है। इन दो प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद किफायती आवास फ्लैट चाहने वाले ज्यादातर लोगों की डिमांड पूरी हो जाएगी।

ये है प्रक्रिया

पीएम आवास योजना के तहत नगर निगम स्थित कार्यालय में अप्लाई करना होता है। यह सूची एमडीडीए को जाती है। एमडीडीए फ्लैट तैयार करके लॉटरी में शामिल होने वालों से एक निश्चित राशि जमा करवाता है। जिनकी लॉटरी निकलती है, उन्हें फ्लैट की चाभी सौंप दी जाती है। बाकी लोगों को पैसा वापस दे दिया जाता है। जिनकी लॉटरी नहीं निकलती उन्हें नये फ्लैट तैयार होने के बाद फिर से लॉटरी में शामिल किया जाता है। लेकिन, यदि किसी का एप्लीकेशन में दिया गया फोन नंबर बदल गया हो तो उन तक सूचना पहुंचाने में दिक्कत आती है।

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धौरण और उत्तरा आवासीय योजनाओं जल्द शुरू की जा रही हैं। इससे पीएम आवास योजना के तहत फ्लैट की मांग कर रहे ज्यादातर लोगों को घर मिल जाएगा।

जीसी गुणवंत, सचिव

एमडीडीए

Posted By: Inextlive