- सहगल दंपति के खिलाफ 200 से ज्यादा लोगों ने की है कंप्लेन

- गुरुकृपा नाम से दंपति चलाता था धोखे की किटी

- पुलिस ने गिरफ्तारी में की ढिलाई, संपति बेच खुद थाने पहुंचे आरोपी

देहरादून,

कभी आलीशान होटल्स में किटी पार्टीज में पब्लिक की मेहनत की कमाई का पैसा पानी की तरह बहाने वाले करोड़ों रुपए के किटी फ्रॉड आरोपी सहगल दंपति आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गए। गुरुकृपा नाम से किटी चलाने वाले सहगल दंपति शिकार लोगों ने उनके खिलाफ पटेलनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। करीब एक माह से पुलिस उनके दून से फरार होने की बात कह रही थी। असल में वे फरार नहीं थे, वरन पुलिस से सांठगांठ कर पब्लिक से करोड़ों रुपए ठगकर खरीदी गई प्रॉपर्टी को ठिकाने लगा रहे थे। सहगल दंपति ने करीब डेढ़ करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी बेचकर उससे मिली रकम अपने गुर्गो तक पहुंचाकर ट्यूजडे रात 1 बजे खुद पटेल नगर थाने पहुंच कर सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया और ठगी के शिकार लोग देखते रह गए। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने गिरफ्तारी में ढिलाई बरती, इस बीच ठगों ने संपति बेचकर रकम खुदबुर्द कर दी। पीडि़तों ने मांग की है कि संपति की बिक्री निरस्त करा पीडि़तों को रकम दिलाई जानी चाहिए।

खुद थाने पहुंचे, पुलिस ने बताया बस अड्डे से पकड़ा:

पुलिस ने अपने रिकॉर्ड में लिखा है कि दीपक सहगल और उसकी पत्नी सिमरन मंडे की रात दून से फरार होने की फिराक में बस पकड़ने आईएसबीटी पर हैं, जहां से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। असल में सहगल दंपति ने मंडे रात खुद पटेल नगर थाने पहुंच कर सरेंडर किया है। स्टार्टिग में पुलिस उन पर कई दिन मेहरबान रही। बाद में जब वे अपनी प्रॉपर्टी बेचने लगे और पुलिस को भनक लगी तो तलाश शुरू की गई। पुलिस ने अलीगढ़ में उनके कुछ रिश्तेदारों पर दबाव बना रखा था। रिश्तेदारों के दबाव में वे खुद थाने पहुंचे और सरेंडर कर दिया।

200 से अधिक लोगों ने की थी शिकायत:

पटेल नगर थाना पुलिस ने बताया कि मोहित विहार ए जीएमएस रोड निवासी दीपक सहगल और उसकी वाइफ सिमरन उर्फ रंजीता सहगल बहन ज्योति और बहनोई विशाल के खिलाफ एक माह पहले टिंकल अरोड़ा सहित करीब 200 से अधिक लोगों ने किटी फ्रॉड की कॉमन कंप्लेन की थी। एसआई मोनिका मनराल को मामले की जांच और गिरफ्तारी का जिम्मा सौंपा गया था। मंडे रात एक बजे दंपति को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में विशाल पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। ज्योति अभी फरार है।

गिरफ्तारी से पहले डेढ़ करोड़ की संपति बेच दी:

पुलिस को पता चला है कि सहगल दंपति ने करीब डेढ़ करोड़ रुपए की संपति बेच दी। सहगल दंपति से भी गिरफ्तारी के बाद इस बारे में पूछताछ की गई तो उनका कहना था कि एफआईआर दर्ज कराने वालों को उनकी रकम लौटने के लिए उन्होंने संपति बेच दी। कई को रकम भी लौटा दी, लेकिन फिर भी लोग उनके खिलाफ दर्ज शिकायत वापस नहीं ले रहे, ऐसे में दोनों तरफ से बर्बाद हो गए। दूसरी तरफ ठगी के शिकार टिंकल अरोड़ा व अन्य का कहना है कि रकम लौटा देते तो लोगों को उन्हें जेल जाते देखने का शौक नहीं है। पति-पत्नी झूठ बोल रहे हैं। रकम लौटाई है तो कुछ लिखा-पढ़ी दिखाएं। असल में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने में ढिलाई बरती। इस बीच उन्होंने संपति बेच कर रकम ठिकाने लगा दी, ताकि बाद में कुर्की या अन्य कार्रवाई से बच जाएं।

करोड़ों की ठगी से ठाठ की जिंदगी

सहगल दंपति कई वर्षो से किटी के काले कारोबार में लोगों को ठग रहे थे। उनके जाल में 500 से अधिक लोग फंसे हुए थे। सबसे अधिक महिलाएं उनके जाल में थी। किटी की रकम डांस एकेडमी में लगाकर कमाई करने और मुनाफे के साथ रिफंड करने का झांसा देते थे। लोगों को अपने जाल में फंासने और खुद सेलिब्रिटी शो करने पर भी काफी पैसा खर्च करते थे। कई फिल्मी और टीवी सीरियल सेलिब्रिटीज के साथ फोटो खिंचवाकर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपलोड कर रखी थी। जिससे लोग उनके जाल में फंस जाते थे। लोगों से करोड़ों रुपए बटोर कर वे ठाठ की जिंदगी जी रहे थे। कभी दिल्ली, कभी मुंबई तो कभी विदेश में घूमते रहते थे। ऐसा डेकोरम बनाया था कि किटी पार्टी में आने वाले मेंबर्स का उनसे मिलना भी किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं होता था।

कपिल शर्मा समेत दर्जनों टीवी सेलिब्रिटी संग व्हाट्सएप डीपी:

दीपक सहगल तो अपने व्हाट्सएप नंबर की डीपी में एक्टर कपिल शर्मा समेत कई टीवी कलाकाराें के साथ खिंचवाए फोटोज का कोलाज लगाया है। उसके फेसबुक अकाउंट में भी सेलिब्रिटीज के साथ फोटो और देश विदेश ट्रिप पर महंगे होटल्स और बीच पर मौज उड़ाते फोटोज अपलोड हैं।

एफआईआर के ठीक एक माह बाद गिरफ्तार:

दीपक सहगल, सिमरन सहगल के खिलाफ सैकड़ों लोगों ने किटी फ्रॉड की शिकायत लेकर 13 सिंतबर को पटेल नगर थाने का घेराव किया था। 15 सितंबर को टिंकल अरोड़ा की तहरीर पर पुलिस ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत और प्राइज एंड मनी सर्कुलेशन एक्ट में मामला दर्ज किया था। इसके ठीक एक माह बाद मंडे रात 1 बजे दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

अब तक 12 बडे़ धोखेबाज गिरफ्तार:

दून में किटी फ्रॉड करने वालों का बड़ा जाल फैला था। शहर की गली गली में किटी के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी हो रही थी। चार माह पहले कुछ लोगों ने किटी फ्रॉड के खिलाफ आवाज उठाई, तो स्थानीय पुलिस ने पीडि़तों को ही धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार ठहरा कर टरका दिया था। तत्कालीन एसएसपी निवेदिता कुकरेती के खिलाफ शिकायत लेकर लोग पुलिस हेडक्वार्टर पहुंच कर आईजी संजय गुन्जियाल से मिले। संजय गुन्जियाल ने मामले को गंभीरता से लिया और अलग अलग थानों में एफआईआर दर्ज करने के डायरेक्शन जारी किए। एफआईआर दर्ज होने लगी तो अब तक किटी फ्रॉड की 25 से अधिक एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और 12 बडे़ धोखेबाजों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी हैं।

किटी फ्रॉड के आरोपियों को पुलिस ने मुखबिर तंत्र सक्रिय कर गिरफ्तार किया है। दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।

सूर्यभूषण नेगी, एसएचओ थाना पटेल नगर।

इनका कहना:

किटी के शिकार ग्रुप में तीन सौ से अधिक पीडि़त हैं। उनमें से एक भी व्यक्ति को फूटी कौडी भी नहीं दी। पुलिस आरोपियों को अगर समय से पकड़ लेती तो किटी के धोखेबाज प्रॉपर्टी नहीं बेच पाते, अब पीडि़तों के नुकसान की भरपाई कैसे होगी।

टिंकल अरोड़ा, एफआईआर कराने वाला फरियादी

Posted By: Inextlive