दून हॉस्पिटल को देनदारियों के लिए नहीं मिला पर्याप्त बजट

दोबारा से बजट की मांक करेगा हास्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन

DEHRADUN: दून हॉस्पिटल के संचालन के लिए एबुलेंस के ईंधन, दवाइयों और वार्डो में मिलने वाली सुविधाएं मुहैया कराने वाले ठेकेदारों के बकाया बिल शायद अब भी बकाया रह जाएं। इसकी वजह दून हॉस्पिटल को सितंबर में मिला मामूली बजट है जो देनदारियों के लिए पूरा नहीं है। वहीं पर्याप्त बजट के न मिलने से गरीब मरीजों को अब भी दिक्कतें झेलनी पडेंगी जो दूरदराज से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचते हैं।

भ्.9म् करोड़ की देनदारी मिले सिर्फ ख्.क्भ् करोड़

दून हॉस्पिटल पिछले चार महीने से बजट का टोटा झेल रहा है। क्भ् सितंबर को बजट मिलने पर सभी लेनदारों को उम्मीद बंधी थी कि अब उनका भुगतान हो सकेगा, लेकिन अगले दिन बजट की धनराशि जानकार उन्हे मायूस होना पड़ा। अपने लम्बित बिलों के भुगतान के लिए जब वे दून हॉस्पिटल पहुंचे तो पता चला कि अभी उन्हें कितने बिलों को भुगतान होगा, इस बात का आकलन किया जाएगा, जिसके बाद भुगतान होगा। बताते चलें कि दून हॉस्पिटल पर भ्.9म् करोड़ रुपए का बकाया है, जिसके सापेक्ष केवल ख्.क्भ् करोड़ रुपए ही हास्पिटल को मिले हैं।

किसका कितना है बकाया

सेवाएं रकम

संविदा कर्मचारियों का वेतन- भ्0 लाख

मरीजों की डाईट - ब्7 लाख

आरसी दवाइयां- ख् करोड़

सर्जिकल - क् करोड़

एलपी- क्.ख्फ् करोड़

बिस्तर धुलाई- ब् लाख

पेट्रोल-डीजल- 7 लाख

मशीनों की रिपेयर- भ् लाख

अन्य खर्च- ख्0 लाख

माइनर कंस्ट्रक्शन वर्क- ख्0 लाख

इलैक्ट्रिसिटी - ख्0 लाख

एलपी शुरू होने की भी नहीं गुंजाइश

गौरतलब है कि सितंबर की शुरुआत में ही दून हॉस्पिटल पर एलपी की दवाइयों के बिलों का बकाया क्.ख्फ् करोड़ रुपए हो गया था। इस कारण ऊपर से दवाइयां आनी बंद हो गई थीं। वहीं बजट न आने के कारण डीजी हैल्थ ने भी मरीजों को एलपी सुविधा देने पर रोक लगा दी थी। लेकिन उम्मीद जताई जा रही थी कि जैसे ही बजट आएगा, वैसे ही बकाया बिलों के भुगतान होने पर मरीजों के लिए फिर से एलपी सुविधा बहाल होगी। कम बजट आने पर दून हॉस्पिटल प्रशासन ने एलपी शुरू करने से फिलहाल हाथ खड़े कर दिए हैं। इसका नुकसान सीधा बीपीएल मरीजों को होगा, क्योंकि इस सुविधा से बीपीएल कार्ड धारकों को मुफ्त में पूरे इलाज की सुविधा मिलती थी और प्रतिदिन ख्0 से फ्0 मरीज एलपी का लाभ लेते थे। उधर पेट्रोल पंप मालिकों ने भी भुगतान न होने पर सप्लाई बंद करने की चेतावनी दी है।

वर्जन

पेंडेंसी तो बहुत ज्यादा है, जिसके भुगतान के लिए पर्याप्त बजट नहीं मिला हैै। सभी को थोड़ा-थोड़ा भुगतान किया जाएगा, वहीं दोबारा से बजट के लिए डिमांड भेजी जाएगी। ताकि सभी के बिलों का भुगतान हो सके।

डा। आरएस असवाल, सीएमएस दून हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive