ऊधमसिंह नगर के किच्छा में दो अपराधी गिरोहों के बीच संभावित खूनी संघर्ष को एसटीएफ उत्तराखंड ने समय रहते रोक दिया। एसटीएफ के एसएसपी आयुष कुमार ने देहरादून में यह जानकारी दी। उन्होंने कि इस मामले में 4 शार्प शूटर असलाह के साथ गिरफ्तार किये गये हैं। वे एक गैंग के लीडर के कहने पर दूसरे गैंग के लीडर की हत्या करने का फिराक में थे और एक हल्द्वानी रोड पर एक कमरा किराये पर लेकर रहे रहे थे।

देहरादून ब्यूरो। एसएसपी के अनुसार राज्य के 50 टॉप अपराधियों में किच्छा के गननदीप और सिमरनजीत भी शामिल हैं। इन दोनों के अपने-अपने गिरोह हैं और दोनों एक-दूसरे से बदला लेने की फिराक में रहते हैं। सिमरनजीत सिंह ने कुछ समय पहले गगनदीप पर गोलियां भी चलवाई थी, जिसमें वह बाल-बाल बच गया था। इसके बाद से एसटीएफ लगातार इन दोनों गिरोहों पर नजर रख रही थी। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि किच्छा में काली मंदिर के पास एक मकान में कुछ अपराधी किस्म के लोग कई दिनों से रुके हैं। उनके पास हथियार होने की भी सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने एक च्वाइंट ऑपरेशन के तहत उक्त मकान को चारों तरफ से घेर कर एक कमरे में छिपे 4 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से एक पिस्टल, दो 315 बोर तमंचा, एक 12 बोर तमंचा और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए।

सिमनरजीत का मर्डर करने आये थे
एसएसपी आयुष अग्रवाल के अनुसार गिरफ्तार शार्प शूटर गैंगस्टर गगनदीप के लिए काम करते हैं। वे यहां उसी के कहने पर इक_ा हुए थे। गगनदीप कई बार जेल जा चुका है। अपराध के क्षेत्र में वर्चस्व और व्यापार को लेकर उसकी सिमरनजीत के साथ रंजिश है। दोनों के अपने-अपने गैंग हैं। कुछ दिन पहले सिमरन ने गगनदीपपर गोली चलाई थी, जिसमे गगनदीप बाल बाल बच गया था। गगनदीप अब उसका मर्डर करवाने की फिराक में था। थर्सडे शाम सिमरनजीत एक होटल में आने वाला था, जहां उसका मर्डर करने की योजना थी।

गिरफ्तार किये गये आरोपी
- राहुल श्रीवास्तव पुत्र स्व। हरीश श्रीवास्तव, निवासी सितारगंज बिच्छी चैराहा, ऊधम सिंह नगर।
- विपिन ठाकुर पुत्र हतर सिंह, निवासी आवास विकास, थाना किच्छा, ऊधम सिंह नगर।
- तौशिफ पुत्र शरीफ अहमद, निवासी हाथीबाग, थाना किच्छा, ऊधम सिंह नगर।
- काशिफ पुत्र हफीज प्रधान, निवासी निकट बड़ी मस्जिद थाना किच्छा, ऊधम सिंह नगर।


आरोपियों में दर्जनों केस
एसएसपी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी राहुल श्रीवास्तव कई बार हत्या के प्रयास, रंगदारी आदि में जेल जा चुका है। उसके दर्जनभर केस दर्ज हैं। उसके कई अन्य अपराधी गिरोहों से भी संपर्कों का पता चला है। इनमें से कुछ गिरोह उत्तराखंड से बाहर के भी हैं। विपिन सिंह के विरुद्ध भी कई थानों में अभियोग पंजीकृत हैं। चारों आरोपियों को गगनदीप ने भाड़े पर बुलाया था। उन्होंने 4 दिन पहले इलाके की रेकी कर सिमरनजीत के मर्डर का पूरा खाका तैयार किया था। एसटीएफ तौफीक और काशिफ के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही है।

Posted By: Inextlive