-उत्तराखंड में तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी

-शासन ने आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों के लिए हाई अलर्ट जारी किया

देहरादून : उत्तराखंड में उत्तरकाशी के बाद टिहरी में बादल फटने से नुकसान हुआ है। मलबे से आधा दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गए, वहीं खेत भी मलबे से पटे हुए हैं। इस बीच बचाव दल ने उत्तरकाशी के माडो गांव से लापता दो महिलाओं और एक बच्चे का शव बरामद कर लिया। ये सभी एक ही परिवार से हैं। प्रभावित तीन गांवों के 30 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों में ठहराया गया है। वहीं ककराड़ी गांव का एक युवक अभी भी लापता है। हालांकि दिनभर बारिश के कारण राहत कार्यो में बाधा आती रही।

पहाड़ से गिर रहे पत्थर

कुमाऊं में पहाड़ से गिर रहे पत्थरों के चलते प्रशासन मंगलवार तक पूर्णागिरि धाम की यात्रा पर रोक लगा दी गई है। लगातार बारिश केदारनाथ में भी पुनर्निर्माण कार्य बाधित हैं। दूसरी ओर मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए प्रदेश के छह जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसे देखते हुए शासन ने संबंधित जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश देते हुए आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है।

कई गांव चपेट में

रविवार रात उत्तरकाशी के पास निराकोट, कंकराडी और मांडो गांव में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। रविवार रात करीब नौ बजे बादल फटा तो निराकोट के ग्रामीण जान बचाने के लिए घर छोड़कर जंगल की ओर भागे निकले। सूखे गदरे में आए उफान ने मांडो गांव को भी चपेट में ले लिया। उफान से बचने के लिए घर से बाहर भागती मां-बेटी सहित एक परिवार के तीन सदस्य मलबे के चपेट में आए। ये तीनों तब से लापता थे। एसडीआरएफ और पुलिस की टीम ने सोमवार तड़के मलबे से माधुरी (36) पत्नी देवानंद भट्ट, रीतू (32) पत्नी दीपक भट्ट और रीतू की तीन वर्षीय बेटी ईशु के शव निकाल लिए। बचाव दल कंकराडी गांव के सुमन की तलाश कर रहा है। रविवार की देर शाम को खेतों में ¨सचाई के पानी को बंद करने गया था, लेकिन घर नहीं लौट पाया।

बिजली, पानी, मोबाइल सब बंद

क्षेत्र में बिजली, पानी, संचार की व्यवस्था ध्वस्त है। तीन मोटर पुल और तीन पैदल पुलिया भी बह गई हैं। जबकि पांच मकान, चार शौचालय और दो गोशाला जमींदोज हो गई। सोमवार तड़के टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र के मेड के खैंडी नामे तोक में बादल फटने से पास में बहने वाले बरसाती नाले में उफान आ गया। इससे आधा दर्जन घरों में मलबा घुस गया और एक व्यक्ति घायल हुआ है। हालांकि उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। गांव के आसपास के खेत मलबे से पटे हुए हैं और पेयजल लाइन को भी नुकसान पहुंचा है। तहसीलदार आरएस रावत ने बताया कि प्रशासन का दल मौके का जायजा ले रहा है।

देहरादून समेत सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट

उत्तराखंड में फिलहाल बारिश से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 22 जुलाई तक मौसम के तेवर तल्ख बने रहेंगे। मंगलवार को उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी, हरिद्वार, नैनीताल और पिथौरागढ़ में भारी बारिश हो सकती है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, बुधवार और गुरुवार को नैनीताल, पिथौरागढ़, चम्पावत और पौड़ी के लिए विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम की चेतावनी के मद्देनजर जिम्मेदार अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में रहने को कहा है।

-रविवार रात उत्तरकाशी के तीन गांवों में बादल फटने से भारी नुकसान, राहत कार्य जारी, एक युवक अब भी लापता

-तीनों गांव के 30 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया

-कुमाऊं में पहाड़ से गिर रहे पत्थरों के कारण पूर्णागिरि धाम की यात्रा रोकी गई

-लगातार बारिश से केदारनाथ में भी पुनर्निर्माण कार्यो में बाधा

Posted By: Inextlive