कोरोना के मामले बढ़े पर स्थित कंट्रोल: सीएम
- सर्विलांस, टेस्टिंग और सैंपलिंग पर किया जा रहा फोकस
- आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स के जरिये घर-घर जाकर किया जा रहा सर्विलांस DEHRADUN: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी गई है, लेकिन स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। सर्विलांस, टेस्टिंग व सैंपलिंग पर फोकस किया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति को समय पर इलाज उपलब्ध हो। सैंपलिंग व टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देशसीएम के निर्देश पर पिछले दिनों में कोविड-19 को लेकर सर्विलांस और सैंपलिंग में काफी बढ़ोतरी हुई है। राज्य के सभी डिस्ट्रिक्ट्स में आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स के माध्यम से घर-घर जाकर सर्विलांस किया जा रहा है। पता लगाया जा रहा है कि किसी में कोरोना के लक्षण तो नहीं हैं। विशेष रूप से सीनियर सिटीजन और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों की जानकारी रखी जा रही है। अधिकांश जिलों में सर्विलांस के दो या दो से अधिक राउंड हो चुके हैं। उत्तरकाशी में चार, नैनीताल, रुद्रप्रयाग, अल्मोडा, चमोली व टिहरी में तीन-तीन, बागेश्वर, चम्पावत, पौड़ी व ऊधमसिंहनगर में दो-दो और पिथौरागढ़, देहरादून व हरिद्वार में एक-एक राउंड सर्विलांस का कार्य किया जा चुका है। सीएम ने इस प्रक्रिया को लगातार आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने सैंपलिंग व टेस्टिंग को भी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
- इस सप्ताह औसतन 2487 सैंपल रोजना लिए गए, गत सप्ताह औसत 1660 रोजाना रहा औसत - प्रति मिलियन जनसंख्या पर सैंपलिंग का औसत बढ़कर 9981 हुआ। - दावा, ये राष्ट्रीय औसत से कुछ ही कम - चम्पावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी व रुद्रप्रयाग में सैंपलिंग राष्ट्रीय औसत से अधिक - टेस्टिंग व सैंपलिंग को बढ़ाने को डीएम को प्राइवेट लैब का भी यूज करने के निर्देश - ट्रूनाट मशीनें व एंटीजन टेस्टिंग किट भी उपलब्ध करवाई गई - स्टेट में वर्तमान में 342 डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर्स। - इनमें 23436 बेड की क्षमता - अभी भी खाली हैं 22762 बेड - कोविड फेसिलिटी में आईसीयू बेड 338 - वेंटिलेटर 243 व ऑक्सीजन सपोर्ट बेड 1197 - इनकी संख्या में लगातार की जा रही वृद्धि