फ्रंटलाइन वॉरियर्स को लगा पहला टीका, टीका लगने के बाद जाहिर की अपनी खुशी

दून अस्पताल के वॉर्ड ब्वॉय शैलेन्द्र को लगा पहली टीका, कहा जीत गया भारत हार गया कोरोना

देहरादून,

कोरोनाकाल में कोरोना संक्रमित मरीजों की सेवा करने वाले और कोरोना मरीजों को सबसे नजदीकी से देखने वाले मेडिकल स्टाफ का टीकाकरण अभियान में सबसे पहले टीका लगाकर सम्मानित किया गया। दून अस्पताल के वार्ड ब्वॉय शैलेन्द्र द्विवेदी को सबसे पहले टीका लगा। शैलेन्द्र ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि पहला नंबर उनका आएगा, लेकिन जैसे ही अस्पताल पहुंचकर उन्हें पता चला कि पहला नंबर उनका है, उन्हें इसकी खुशी जाहिर की। एम्स ऋषिकेश में सफाईकर्मी मीना को पहला टीका लगा, मीना ने टीका लगने से खुद को गौरवान्वित महसूस होने की बात कही।

जीत गया भारत

दून अस्पताल के वार्ड ब्वॉय शैलेन्द्र द्विवेदी को सैटरडे को पहला टीका लगाया गया। 41 वर्षीय शैलेन्द्र दून अस्पताल में वार्ड ब्वॉय हैं, जो कि पूरे कोरोनाकाल में कोरोना मरीजों की फाइलों को मेंटेने करने और डेथ सर्टिफिकेट आदि कामों को करते आ रहे हैं। शैलेन्द्र ने बताया कि उन्हें टीका लगने का मैसेज रात में आ गया था, लेकिन मैसेज उन्होंने सुबह उठकर देखा। हालांकि मैसेज के बाद भी शैलेन्द्र को यह जानकारी नहीं थी कि पहला नंबर उन्हीं का है, जैसे ही शैलेन्द्र सुबह 9 बजे दून अस्पताल पहुंचे, उन्हें कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। आशुतोष सयाना, डिप्टी एमएस डॉ। एनएस खत्री ने बताया कि पहला टीका उन्हें ही लग रहा है, इसके बाद शैलेन्द्र से सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, मेयर समेत कई गणमान्यों ने मुलाकात कर शुभकामनाएं भी दी। शैलेन्द्र को अस्पताल प्रबंधन की ओर से पुष्प गुच्छ भी भेंट किया गया। ठीक 10.30 बजे शैलेन्द्र को पहला टीका लगा। इसके बाद कुछ देर शैलेन्द्र ने वेटिंग रूम में 45 मिनट आराम किया और फिर दोबारा अपने काम में जुट गए। शैलेन्द्र ने बताया कि कोरोनाकाल में वे 3 बार टेस्ट करवा चुके हैं। उनकी रिपोर्ट हमेशा निगेटिव ही आई है। उन्होंने बताया कि वे खुद को पहले से बेहतर महसूस कर रहा हूं।

दिन रात सेवा का मिला सम्मान

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में कोविड-19 टीकाकरण महाअभियान की शुरुआत सफाई कर्मी मीना को पहला टीका लगाकर हुई। दूसरा टीका निदेशक प्रोफेसर रविकांत को लगाया गया। और तीसरा टीका डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज कुमार गुप्ता को लगाया गया। एम्स निदेशक ने पहला टीका लगवाने वाली सफाई कर्मचारी मीना को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान सफाई कर्मी मीना ने कहा कि यह टीकाकरण महाअभियान स्वस्थ देश और स्वस्थ समाज के लिए बहुत जरूरी है। टीकाकरण को लेकर किसी के भी मन में किसी तरह की कोई भ्रांति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है इस बात का कि मैं एम्स जैसे संस्थान में काम कर रही हूं और मेरे लिए उससे ज्यादा गर्व की बात यह है कि एम्स निदेशक और वरिष्ठ जनों ने उसे इस महाअभियान में सबसे पहला टीका लगाने के लिए चुना है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए निदेशक प्रोफेसर रविकांत ने उन्हें सम्मानित किया यह सम्मान मेरे जैसे उन सैकड़ों कर्मचारियों के लिए हैं जो यहां दिन-रात सेवा कर रहे हैं। सफाई कर्मी मीना ने कहा कि टीकाकरण को लेकर वह काफी उत्साहित थी, लेकिन उसे यह नहीं पता था कि अभियान के पहले दिन और सबसे पहले उसे ही टीका लगाया जा रहा है।

Posted By: Inextlive