दो दिन पहले फ्राइडे को डकैती की घटना को उस समय अंजाम दिया गया जब राष्ट्रपति राजधानी में थीं. खास बात ये है कि जिस वक्त डकैत गहने लेकर फरार हुए उस समय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का संबोधन चल रहा था. यही वजह थी कि पूरा पुलिस महकमा पुलिस लाइन में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्क था. बताया जा रहा है कि बदमाशों ने इसी का फायदा उठाकर शहर के सबसे पॉश इलाके राजपुर रोड पर दिनदहाड़े ïïïवारदात को अंजाम दिया।

-रिलायंस शोरूम में डकैती की योजना बन चुकी थी काफी पहले, पुलिस को मिले सुराग
-डकैतों ने दो माह पहले गुरुग्राम से चोरी थी बाइकें, घिसा था कार का इंजन व चेसिस नंबर

देहरादून, 11 नवम्बर (ब्यूरो)।
थर्सडे को राजपुर रोड स्थित रिलायंस शोरूम में हुई डकैती को लेकर पुलिस अब तक डकैतों तक नहीं पहुंच पाई है। लेकिन, पुलिस को कुछ अहम सुराग जरूर मिल गए हैं। पुलिस के दावों पर विश्वास किया जाए तो डकैती की योजना अचानक नहीं बल्कि, काफी समय पहले ही बना दी गई थी। बदमाशों ने डकैती की घटना के लिए जिन कार व दो बाइकों का इस्तेमाल किया था। उनको पुलिस ने सहसपुर क्षेत्र से बरामद किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने ये बाइकें गुरुग्राम से चोरी की थीं और कार के चेसिस व इंजन नंबर घिसे हुए थे। पुलिस को शक है कि बदमाशों ने डकैती की वारदात को अंजाम देने के लिए इन चोरी के वाहनों का इस्तेमाल किया था। जिससे पुलिस उन तक न पहुंच सके।

सहारनपुर रोड से शिमला बाईपास चौक पहुंचे
पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि डकैतों ने अपने वाहन होटल पैसेफिक के आसपास खड़े किए और वहां से निकल गए। डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद वह सहारनपुर रोड से शिमला बाईपास चौक पहुंचे। यहां से उन्होंने पावंटा साहिब वाला रूट पकड़ा। पुलिस अलर्ट हुई तो बदमाशों ने अपने दो बाइक सहसपुर में छोड़ दीं। इसके बाद बस व अन्य माध्यम से वे फरार हुए। उनकी एक कार सेलाकुई क्षेत्र से बरामद हुई है। ऐसे में पुलिस को लग रहा है कि बदमाश अलग-अलग वाहनों व अलग-अलग रूटों से नौ-दो ग्यारह हुए।


पुलिस जांच में ये सुराग मिले
-आरोपियों की कार से तीन अलग-अलग राज्यों की नंबर प्लेट भी बरामद।-पुलिस को चौंकाने के लिए आरोपियों ने ये नंबर प्लेट रखी थी साथ में।-बाइकों के बारे में पुलिस को पता चला कि बाइकों के चोरी संबंधी केस गुरुग्राम में दर्ज।-ये दोनों बाइकें दो माह पहले ही हुई थी चोरी, जिनको बदमाशों ने किया डकैती में यूज।-कार के मालिक के बारे में पता न चल सके, शातिरों ने चेसिस नंबर व इंजन नंबर पूरी तरह से घिस डाले।-आरोपियों के यमुनानगर की तरफ फरार होने की जताई जा रही संभावना, पुलिस टीमें उनके पीछे लगी।

अब तक हुई जांच में पूर्व की आधा दर्जन घटनाओं से एक गैंग प्रकाश में आया है, जोकि महीनों पहले प्लाङ्क्षनग करता है। फिर घटना को अंजाम देता है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए कई टीमों को सेपरेट टास्क दिए गए हैं। थोड़ा समय लग सकता है। लेकिन यह तय कि गैंग का जरूर पर्दाफाश कर दिया जाएगा। पुलिस की जांच में कई इनपुट््स मिले हैं।

अजय सिंह, एसएसपी, दून।

डीजीपी ने की अफसरों के साथ मीटिंग
ज्वेलरी शोरूम में डकैती की घटना के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने फ्राइडे को एसएसपी देहरादून अजय ङ्क्षसह व अन्य अफसरों के साथ बैठक की। डीजीपी ने एसएसपी से घटना को लेकर जानकारी ली। इस दौरान एसएसपी दून ने बताया कि पूर्व में बिहार के गैंग की ओर से इसी तरह बंगाल, महाराष्ट्र, हरियाणा आदि राज्यों में रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में घटनाएं की हैं। सीसीटीवी फुटेजों का राजपुर रोड की घटना से प्राप्त फुटेज से मिलान करने पर बदमाशों की शिनाख्त होने की संभावना है।


एसएससी ने डीजीपी को दी जानकारी
-वारदात के पर्दाफाश के लिए सीओ लेवल के अफसरों के नेतृत्व में टीमों का गठन।-टीमें पूर्व में हुई घटनाओं के संबंध में प्राप्त कर रही हैं तमाम जानकारियां।-उक्त घटनाओं की सीसीटीवी फुटेज भी किए जा रहे हैं हासिल।-उन घटनाओं में प्रकाश में आए गैंग मेंबर्स की मौजूदा स्थिति की भी ली जा रही जानकारी।-संदिग्ध लोगों से पूछताछ के लिए टीमें अलग-अलग स्थानों के लिए कर दी गई हैं रवाना।
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Posted By: Inextlive