-डीएवी कॉलेज में 2015 बैच के सैकड़ों स्टूडेंट्स को अब भी रिजल्ट का इंतजार

-एग्जाम देने के बाद भी एब्सेंट दिखाए जाने से परेशान हैं स्टूडेंट्स, डिग्री का टाइम पीरियड पूरा

देहरादून,

2015 बैच के सैकड़ों स्टूडेंट्स को अब भी रिजल्ट का इंतजार है। डीएवी पीजी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे ये स्टूडेंट्स एग्जाम देने के बाद भी अबशेंट दिखाए जाने से परेशान हैं। रिजल्ट रुकने से अब स्टूडेंट्स के डिग्री का संकट भी गहराने लगा है। 2015 से अब तक 5 साल पूरा होने और डिग्री के लिए जरुरी 5 साल का टाइम भी पूरा हो गया है। ऐसे में इन स्टूडेंट्स का भविष्य अंधकार में है।

रिजल्ट होल्ड, डिग्री अटकी

मूल रूप से हरिद्वार के रहने वाले नाहिद ने 2015 में इंटर का एग्जाम पास करने के बाद डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून में बीएससी पीसीएम में एडमिशन लिया। गढ़वाल यूनिवर्सिटी में सीजीपीए सिस्टम शुरू हुआ। पहली बार 2016 में एग्जाम दिया, पहला एग्जाम क्लियर हुआ। इसके बाद 2017 में थर्ड सेमेस्टर में केमेस्ट्री में एग्जाम दिया लेकिन एब्सेंट दिखा दिया, तब से मार्कशीट में लगातार एब्सेंट दिखाया जा रहा है। यूनिवर्सिटी को डॉक्यूमेंट जमा कराने के बाद भी रिजल्ट होल्ड किया गया है। इस वजह से डिग्री भी अटकी हुई है। साथ के स्टूडेंट्स पासआउट हो गए, लेकिन नाहिद अब भी रिजल्ट और डिग्री का इंतजार कर रहे हैं। इसी तरह की समस्या दून निवासी प्रवेश के सामने भी आ रही है। प्रवेश ने 2015 में बीए में एडमिशन लिया। प्रवेश को अब तक इंग्लिश कॉम्यूनिकेशन और बेसिक एलीमेंट ऑफ आयुर्वेदिक और संस्कृत काव्य तीन सब्जेक्ट में एब्सेंट दर्शाया गया है। इस वजह से डिग्री अटकी हुई है।

क्लासमेट दो डिग्री ले चुके

प्रवेश बताते हैं कि उनके साथी बीएड भी कर चुके हैं, लेकिन वे डिग्री का इंतजार कर रहे हैं। प्रवेश अब कॉलेज और यूनिवर्सिटी दोनों के चक्कर काटने से परेशान हो चुके हैं। प्रवेश ने बताया कि कई बार चक्कर लगाने के बाद भी उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। इसी तरह बीए 5वें सेमेस्टर में पढ़ने वाली चांदनी मखलोगा और मोहित चंद रमोला भी एग्जाम देने के बाद भी अबशेंट दिखाने से डिग्री नहीं ले पा रहे हैं। स्टूडेंट्स की ओर से कॉलेज की अटेंडेंस शीट का रिकॉर्ड निकालने और यूनिवर्सिटी में कंप्लेन करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं निकल रहा है। जिससे स्टूडेंट्स परेशान हैं।

कॉलेज स्तर पर बनाई गई टीम

डीएवी कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर डॉ। अतुल सिंह ने बताया कि कॉलेज की ओर से स्टूडेंट्स की समस्याओं को सुनने और उनकी मदद भी की जा रही है, लेकिन यूनिवर्सिटी की ओर से स्टूडेंट्स की समस्याओं का समाधान न होने की वजह से मामले अटके हुए हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी से ऐसे स्टूडेंट्स के लिए स्पेशल एग्जाम कंडक्ट कराने की मांग भी की है। साथ ही कॉलेज की ओर से 4 प्रोफेसर की टीम बनाई गई है। जो कि सब्जेक्ट वाइज स्टूडेंट्स की कंप्लेन के आधार पर सॉल्यूशन निकालने को यूनिवर्सिटी से बात करेंगे।

जिन स्टूडेंट्स के रिजल्ट में समस्याएं आ रही हैं, उनके समाधान के लिए 4 प्रोफेसर की टीम बनाई गई है जो कि इन सभी की एप्लीकेशन कलेक्ट कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। इस के आधार पर यूनिवर्सिटी से बात की जाएगी।

डॉ। अतुल सिंह, चीफ प्रॉक्टर, डीएवी पीजी कॉलेज

2015 बैच से लेकर अब तक 500 से ज्यादा स्टूडेंट्स मार्कशीट में एब्सेंट दर्शाए जाने से परेशान हैं। कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटी तक चक्कर काटने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। यूनिवर्सिटी की एक गलती से स्टूडेंट्स का भविष्य अंधेरे में है। कॉलेज की ओर से अब कमेटी बनाई गई है।

सुमित कुमार, छात्र नेता

Posted By: Inextlive